Uttarakhand News: ऐसी 'मां' जो हर 12 साल बाद भक्तों को देती हैं दर्शन, उमड़ती है श्रद्धालुओं की भारी भीड़
Tehri: मां दुध्याड़ी देवी का प्राचीन मंदिर टिहरी के भिलंगना विकास खंड स्थित गोनगढ़ पट्टी के पौनाड़ा गांव के पास है. मंदिर के नजदीक पौराणिक शक्ति गुफा है, जहां मां 12 वर्षों तक विराजमान रहती हैं.
Uttarakhand News: उत्तराखंड को ऐसे ही देवभूमि नहीं कहा जाता है, यहां पर हर देवी देवताओं का अपना-अपना अलग महत्व है. राज्य के संस्कृति की भी अपनी अलग ही पहचान है. यहां कोई देवी देवता तीन साल बाद भक्तों को दर्शन देता है तो कोई 12 साल बाद. उत्तराखंड के टिहरी जिले (Tehri District) में एक ऐसी भी देवी मां हैं जो 12 वर्षों बाद बाहर आती हैं. मायके जाने पर मिठाइयां बनती हैं. दूर-दूर से उनके दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
9 दिन तक चलता है मेला
हम बात कर रहे हैं दुध्याड़ी देवी की, जिनके दर्शन भक्तों को 12 वर्षों के बाद होते हैं. मां दुध्याड़ी देवी का प्राचीन मंदिर टिहरी जनपद के भिलंगना विकास खंड स्थित गोनगढ़ पट्टी के पौनाड़ा गांव के पास है. मंदिर के नजदीक ही एक पौराणिक शक्ति गुफा है, जहां मां 12 वर्षों तक विराजमान रहती हैं. मां दुध्याड़ी का महाकुंभ मेला 9 दिनों तक चलता है जिसके बाद फिर से माता 12 वर्षों के लिए अपनी पौराणिक शक्ति गुफा में विराजमान हो जाएंगी.
जिला पंचायत अध्यक्ष ने क्या कहा
वहीं मेले में पहुंचीं जिला पंचायत अध्यक्ष सोना सजवाण ने कहा कि, यहां पर क्षेत्र वासियों द्वारा भव्या मेले का जो आयोजन किया जा रहा है. यह काफी काबिले तारीफ है. यहां लोग संस्कृति को बचाने का काम कर रहे हैं. इस क्षेत्र में पर्यटन की भी काफी संभावनाएं हैं जिसे आगे बढ़ाने का काम किया जाएगा.
क्षेत्रीय विधायक ने क्या कहा
क्षेत्रीय विधायक शक्ति लाल शाह ने कहा कि, जब मैं 12 वर्षों पहले आया था तो यहां विकास नाम की कोई चीज नहीं थी लेकिन आज माता के मंदिर में दोनों तरफ से सड़क पहुंच चुकी है और यहां पर क्षेत्र के लोगों द्वारा संस्कृत को बचाने का काम किया जा रहा है.
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