Tirath Singh Rawat on Uniform Civil Code: उत्तराखंड (Uttarakhand) में समान नागरिक संहिता (Uniform Civil Code) लागू करने को लेकर पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) सरकार ने प्रयास तेज कर दिए हैं. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने भी समान नागरिक संहिता (UCC) की वकालत की है. तीरथ सिंह रावत ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि समान नागरिक सहिंता किसी के अधिकार खत्म नहीं करेगी और न ही इससे धार्मिक भावनाएं आहत होंगी. शुक्रवार (27 मई) को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने समान नागरिक संहिता के उद्देश्य की पूर्ति के लिए एक समिति गठित करने की घोषणा की थी. इस बार के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने समान नागरिक संहिता को लागू के वादे को अपने घोषणा पत्र में भी जगह दी थी.


UCC एकदम सही निर्णय- तीरथ सिंह रावत


पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा, ''यह सही निर्णय है. जैसा कि ऐसी बहस चल पड़ी है कि समान नागरिक संहिता का अमल धार्मिक भावनाएं भड़काएगा और लोगों के अधिकारों को नुकसान होगा, ऐसा कुछ नहीं है. यह किसी के अधिकार खत्म नहीं करेगा. भारत एक ऐसा देश है जहां कई धर्मों के लोग साथ रहते हैं और सभी को सुरक्षा मिली हुई है.''


रावत ने कहा- सभी तबकों के लिए सुविधाएं बराबर तो कानून भी समान होना चाहिए 


रावत ने यूसीसी के फायदे गिनाते हुए कहा कि इसके लागू होने से जबरन होने वाली धार्मिक बहसों पर विराम लगेगा, इस प्रकार उनमें सद्भाव बढ़ेगा. उन्होंने कहा कि ऐसा होने से कानून सभी के लिए बराबर होगा. रावत ने जोर देते हुए कहा कि अगर समाज के सभी तबकों को बराबर सुविधाएं मिल रही हैं तो कानून भी सबके लिए समान होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से उत्तराखंड में गलत कामों को बढ़ावा मिल रहा है, उन्हें रोकने के लिए यूसीसी अनिवार्य है.


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