Uttarakhand Nikay Chunav: उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव के लिए तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं. इस बार चुनाव प्रक्रिया को सुव्यवस्थित और पारदर्शी बनाने के लिए 30,000 सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाया जाएगा. वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से 18,000 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी. राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि चुनाव में मतदान और मतगणना के लिए कुल 24,000 कर्मचारी तैनात होंगे, जबकि चुनाव प्रबंधन और प्रशासनिक कार्यों के लिए 4,000 कर्मचारी अलग से लगाए जाएंगे.

 

चुनाव को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 2500 हल्के और भारी वाहनों को अधिग्रहित किया जाएगा. मतदान केंद्रों और अन्य संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए 18,000 सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे. इनमें राज्य पुलिस बल के अलावा अर्धसैनिक बलों और होम गार्ड्स को भी शामिल किया गया है.

 

चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्षा और पारदर्शी बनाने के लिए तकनीक का सहारा

इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को अधिक प्रभावी और पारदर्शी बनाने के लिए तकनीक का सहारा लिया है. आयोग ने एनआईसी की मदद से एक विशेष सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिसके माध्यम से चुनाव ड्यूटी को रैंडम आधार पर आवंटित किया जाएगा. यह सॉफ्टवेयर सुनिश्चित करेगा कि ड्यूटी निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से लगाई जाए. अधिकारियों के कार्यक्षेत्र को भी उनके जिलों से बाहर रखा जाएगा ताकि चुनाव प्रक्रिया में किसी प्रकार की पक्षपातपूर्ण स्थिति उत्पन्न न हो.

 

चुनाव प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए कुल 53 सामान्य और 26 व्यय प्रेक्षक तैनात किए जाएंगे. इनमें 41 सामान्य प्रेक्षक और 12 आरक्षित प्रेक्षक शामिल हैं. वहीं, 20 व्यय प्रेक्षक और छह आरक्षित व्यय प्रेक्षक भी नियुक्त किए गए हैं. यह प्रेक्षक निर्वाचन प्रक्रिया के हर चरण की निगरानी करेंगे और किसी भी अनियमितता की स्थिति में त्वरित कार्रवाई करेंगे. राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार अपनी मतदाता सूची को पहली बार ऑनलाइन उपलब्ध कराया है. मतदाता www.sec.uk.gov.in वेबसाइट पर जाकर अपना नाम और विवरण देख सकते हैं. यह कदम मतदाताओं के लिए पारदर्शिता और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है.

 

चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी लापरवाही को बर्दाशत नहीं किया जाएगा

इस बार चुनाव प्रक्रिया में व्यय प्रेक्षकों की तैनाती पहली बार की जा रही है. इसके अलावा, चुनाव प्रक्रिया के लिए सेक्टर और जोनल मजिस्ट्रेट के रूप में 2,000 अधिकारी तैनात किए जाएंगे. सभी अधिकारियों को उनकी भूमिका के अनुरूप प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. चुनाव आयुक्त सुशील कुमार ने कहा कि सभी कर्मचारी और अधिकारी चुनावी दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासनिक प्रबंधन के लिए राज्य और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएंगे.

 

नगर निकाय चुनावों में इस बार व्यापक तैयारी और तकनीकी नवाचार के जरिए निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने का प्रयास किया जा रहा है. निर्वाचन आयोग का उद्देश्य है कि मतदाता निर्भीक होकर अपने अधिकार का प्रयोग करें और चुनाव शांतिपूर्ण और सफल तरीके से संपन्न हो.