Uttarakhand Nikay Chunav: कुमाऊं मंडल के तीन बड़े नगर निगम हल्द्वानी, रुद्रपुर और पिथौरागढ़ में आगामी निकाय चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज हो गई है. कांग्रेस अभी 'वेट एंड वॉच' की रणनीति पर काम कर रही है, जबकि भाजपा में प्रत्याशियों के चयन को लेकर मंथन चल रहा है. इन तीन नगर निगमों में आरक्षण के नए मिजाज और संभावित दावेदारों को लेकर चुनावी मुकाबला रोचक हो गया है.
हल्द्वानी नगर निगम की मेयर सीट इस बार पहली बार ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित की गई है, जिससे यह सीट उत्तराखंड में सबसे अधिक चर्चा में है. भाजपा ने व्यापारी नेता नवीन वर्मा को पार्टी में शामिल कर अपनी स्थिति मजबूत करने का प्रयास किया है. इसके अलावा पार्टी के पुराने नेता गजराज बिष्ट ने भी टिकट के लिए दावेदारी पेश की है.
बीजेपी से मेयर पद के लिए 24 दावेदार
भाजपा की ओर से मेयर पद के लिए अब तक 24 दावेदारों ने आवेदन किया है. शनिवार को पार्टी कार्यालय में इन दावेदारों की पहली परीक्षा होगी. इस दौरान पार्टी पदाधिकारी, सांसद, विधायक और अन्य प्रमुख नेता पर्यवेक्षकों के साथ बैठक कर दावेदारों का मूल्यांकन करेंगे. रुद्रपुर नगर निगम की मेयर सीट इस बार अनारक्षित कर दी गई है. इस बदलाव के कारण नए चेहरों की दावेदारी बढ़ गई है. कांग्रेस यहां भाजपा के किसी बड़े चेहरे को अपनी पार्टी में लाने की तैयारी कर रही है.
पिथौरागढ़ की पालिका को निगम का दर्जा मिलने के बाद यहां की मेयर सीट महिला आरक्षित की गई है. कांग्रेस इस सीट पर भाजपा से जुड़े किसी पूर्व नेता या जनाधार वाली महिला को पार्टी में शामिल करने पर विचार कर रही है.
आरक्षण की अंतिम अधिसूचना के इंतजार में कांग्रेस
कांग्रेस ने फिलहाल खुलकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. पार्टी के रणनीतिकारों का कहना है कि वे 23 दिसंबर को आरक्षण की अंतिम अधिसूचना आने का इंतजार कर रहे हैं. अधिसूचना के बाद ही आरक्षण का गणित स्पष्ट होगा, जिससे पार्टी अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे सकेगी. सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने तीनों नगर निगम क्षेत्रों में भाजपा के कुछ मौजूदा और पूर्व नेताओं पर नजर बनाई हुई है. पार्टी पदाधिकारियों का कहना है कि यदि ऐसे नेता कांग्रेस में आते हैं, तो उन्हें 100 प्रतिशत टिकट दिया जाएगा. हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि कांग्रेस चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है और उसके पास अच्छे उम्मीदवारों की कोई कमी नहीं है. उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी अपने ही मायाजाल में उलझी हुई है.
भाजपा ने हल्द्वानी, रुद्रपुर और पिथौरागढ़ में पार्षद पद के लिए आए आवेदनों पर बूथ अध्यक्षों और अन्य नेताओं के साथ रायशुमारी की प्रक्रिया पूरी कर ली है. पार्टी की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षकों ने शुक्रवार को हल्द्वानी के 60 वार्डों के आवेदकों की सूची तैयार की. अब शनिवार को मेयर पद के लिए दावेदारों पर मंथन किया जाएगा. पर्यवेक्षक केदार जोशी ने बताया कि इस बैठक में निगम क्षेत्र से जुड़े प्रदेश पदाधिकारी, मंडल अध्यक्ष, और सहकारी समितियों के अध्यक्ष भी भाग लेंगे. मंथन के बाद पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट भेजी जाएगी, जिसके आधार पर अंतिम फैसला होगा.
15 दिसंबर को आरक्षण की अधिसूचना जारी होने के बाद तीनों नगर निगमों में समीकरण बदल गए हैं. हल्द्वानी में ओबीसी आरक्षण, रुद्रपुर में अनारक्षित स्थिति और पिथौरागढ़ में महिला आरक्षण के चलते दोनों पार्टियां अपनी रणनीति में बदलाव कर रही हैं. कांग्रेस जहां भाजपा के मजबूत चेहरों को अपनी ओर खींचने की कोशिश कर रही है, वहीं भाजपा अंदरूनी मंथन से अपने प्रत्याशियों का चयन सुनिश्चित कर रही है.
कुमाऊं में दिलचस्प होगा मुकाबला
कुमाऊं क्षेत्र के इन तीन प्रमुख नगर निगमों में निकाय चुनाव का मुकाबला बेहद दिलचस्प होने वाला है. कांग्रेस जहां भाजपा के विकेट गिराने की रणनीति पर काम कर रही है, वहीं भाजपा अपने संगठन और उम्मीदवारों के जरिए बढ़त बनाने की कोशिश में है. आरक्षण की अंतिम अधिसूचना के बाद इन सीटों पर चुनावी समीकरण और अधिक स्पष्ट हो जाएंगे.
ये भी पढ़ें: प्रभात पांडे केस: कल पुलिस के सामने पेश होंगे अजय राय, बताया कैसे हुई कांग्रेस नेता की मौत