Unemployment In Uttarakhand: देश में आसमान छूती महंगाई और बढ़ती बेरोजगारी ने लोगों का जीवन मुहाल कर दिया है. बेरोजगारी के मामले में उत्तराखंड, यूपी से भी आगे निकल गया है. सूबे में बेरोजगारी की दर में एक माह में दो फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. बेरोजगारी रैंकिंग में उत्तराखंड 7वें पायदान से खिसककर 12वें पायदान पर पहुंच गया है. सेंमडर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है.
एक माह में 3.5 से 5.3 फीसदी हो गई बेरोजगारी दर
रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड में मार्च में बेरोजगारी की दर 3.5% थी, जो अप्रैल में 5.3 फीसदी हो गई. वहीं उत्तर प्रदेश में बेरोजगारी की दर 2.9 फीसदी है, तो उत्तराखंड की तुलना में काफी कम है. यूपी में मार्च महीन में 4.4 फीसदी बेरोजगारी दर थी. सबसे कम बेरोजगारी के मामले में हिमाचल प्रदेश पहले स्थान पर है. हिमाचल में बेरोजगारी की दर 0.2 प्रतिशत है. जबकि सबसे अधिक बेरोजगारी हरियाणा (34.5 फीसदी) में है. उत्तराखंड में बेरोजगारी दर इस साल के सबसे अधिकतम स्तर पर पहुंच गई. यह दर जनवरी में 3.5, फरवरी में 4.6, मार्च में 3.5 फीसदी थी, जो अप्रैल में रिकॉर्ड 5.3 फीसदी पर पहुंच गई.
कैसे निकाले जाते हैं बेरोजगारी के परिणाम
सीएमआईई 15 साल से अधिक उम्र के लोगों का सर्वे करती है और रोजगार की जानकारी इकट्ठा करती है. जो परिणाम सामने आते हैं उनके आधार पर बेरोजगारी की रिपोर्ट तैयार की जाती है. अप्रैल में बेरोजगारी दर 5.3 रहने का सीधा मतलब है कि प्रत्येक हजार लोगों में से 53 के पास काम नहीं है.
राज्यवार बेरोजगारी दर
हिमाचल प्रदेश 0.2 फीसदी बेरोजगारी दर के साथ पहले स्थान पर है. उसके बाद छत्तीसगढ़ (0.6) दूसरे, असम (1.2) तीसरे, ओडिशा (1.5) चौथे. गुजरात (1.6) पांचवें, मध्य प्रदेश (1.6) छठे, मेघालय (2.2) सातवें, कर्नाटक (2.7) आठवें, उत्तर प्रदेश (2.9) नौवें, महाराष्ट्र (3.1) दसवें, तमिलनाडु (3.2) ग्यारहवें, उत्तराखंड (5.3) बारहवें, आंध्र प्रदेश (5.3) तरहवें और उसके बाद क्रमश: पुडुचेरी (5.6), केरल (5.8), प.बंगाल (6.2), पंजाब (7.2), सिक्किम (8.7), तेलंगाना (9.9), दिल्ली (11.2), झारखंड (14.2), त्रिपुरा (14.6), गोवा (15.5), जम्मू (15.6), बिहार (21.1), राजस्थान (28.8), हरियाणा (34.5) है.
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