Hadidwar News: उत्तराखंड में पटवारी भर्ती परीक्षा और एई जेई प्रश्न पत्र लीक मामले में एसआईटी (SIT) अब तक बीस से अधिक आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. आरोप है कि एई जेई परीक्षा प्रश्नपत्र मामले में निलंबित अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने 28 लाख रुपये देकर दूसरे अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार की मदद से लीक किया था. 


बीजेपी नेता संजय धारीवाल की हो रही तलाश
पेपर लीक कांड में गिरफ्तार हो चुके अनुभाग अधिकारी और उसकी पत्नी समेत पांच आरोपियों को एसआईटी ने जेल भेजने के बाद दूसरे अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार, सुनील सैनी और बीजेपी नेता नितिन चौहान को जेल भेजा था. लेकिन, बीजेपी के मंगलौर ग्रामीण मंडल के पूर्व अध्यक्ष 25 हजार के इनामी संजय धारीवाल की तलाश में एसआईटी सरगर्मी से जुटी है. एसआईटी अब जेल जा चुके पेपर लीक कांड में शामिल तीन आरोपियों को पीसीआर पर लेने की तैयारी में है.


जेल से पीसीआर पर लेने की तैयारी
एसआईटी प्रभारी रेखा यादव का कहना है कि पटवारी भर्ती परीक्षा और एई जेई प्रश्न पत्र लीक मामले की जांच की जा रही है. पटवारी भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले में अब तक 15 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. फरार आरोपियों के एलबीडब्ल्यू कोर्ट से जारी करवाए गए हैं. जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर कुर्की की कार्रवाई भी की जाएगी. एई जेई प्रश्न पत्र लीक मामले में भी छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. जेल भेजे गए आरोपियों को पीसीआर पर लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. जल्द ही कुछ रिकवरी भी हो सकती है.


जानकारी हो कि पटवारी के बाद एई-जेई पेपर लीक का खुलासा हुआ था. दोनों पेपर लीक प्रकरण में अब तक 21 की गिरफ्तारी हो चुकी है. एई-जेई का पेपर जेल में बंद निलंबित अधिकारी संजीव चतुर्वेदी ने 28 लाख रुपये देकर दूसरे अनुभाग अधिकारी संजीव कुमार से लीक कराया था, जिसके बाद पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष संजय धारीवाल, नितिन चौहान सुनील सैनी ने आगे अभ्यर्थियों को पेपर बेचने का काम किया था.


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