Uttarakhand News: उत्तराखंड में बढ़ रहे नशे के अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश को 2025 तक नशा मुक्त बनाने का संकल्प लिया है. सीएम धामी के संकल्प को साकार करने के लिए उधम सिंह नगर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है. लेकिन, तस्करों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि पुलिस कार्रवाई के बाद भी तस्करी रूक नहीं पा रही है.


ताजा मामला सितारगंज क्षेत्र का है जहां एएनटीएफ और सितारगंज कोतवाली पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए मेडिकल की आड़ में चल रहे नशीली दवाओं के अवैध कारोबार का खुलासा किया है. टीम को संयुक्त कार्रवाई में दो तस्करों के ठिकानों से भारी मात्रा में नशीले इंजेक्शन, कैप्सूल और टैबलेट बरामद की हैं. पुलिस ने दोनों आरोपी तस्करों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया.


छापेमारी में नशीली दवाएं बरामद
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि इस इलाक़े में मेडिकल की आड़ में नशीली दवाओं का अवैध कारोबार चलाया जा रहा है. जिसके आधार पर पुलिस ने सितारगंज कोतवाली क्षेत्र स्थित राजेश मेडिकल स्टोर और उसके सामने की बने दो मंजिला मकान में रेड की. इस दौरान पुलिस के 153176 नशीले कैप्सूल, 5949 इंजेक्शन और 57050 नशीले टैबलेट बरामद हुए. 


जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी राजेश कुमार और हरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया, दोनों आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. इस बारे में जानकारी देते हुए एसएसपी मणिकांत मिश्र ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री ने 2025 तक प्रदेश को नशा मुक्त कराने का लक्ष्य रखा है. इसी क्रम में एएनटीएफ और सितारगंज कोतवाली पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है. उनके पास से बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की हैं, इसकी कीमत 25 लाख से अधिक हैं.


रिपोर्टर- वेद प्रकाश यादव


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