Uttarakhand News: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ( Harish Rawat) ने चारधाम यात्रा के क्षेत्रों में हो रहे अनियंत्रित निर्माण कार्यों पर गंभीर सवाल उठाए हैं. उन्होंने विशेष रूप से केदारनाथ धाम में हो रहे मल्टी-स्टोरी निर्माण की आलोचना की और इसे बाबा केदार के प्रति अनादर बताया है. हरीश रावत ने उत्तराखंड सरकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि बाबा केदार पहले ही कई बार प्राकृतिक आपदाओं से चेतावनी दे चुके हैं, लेकिन राज्य सरकार इस संदेश को गंभीरता से नहीं ले रही है.


हरीश रावत ने अपनी सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने उस वक्त केदारनाथ में अधिक निर्माण के पक्ष में नहीं थे. "हमने केदारनाथ में हल्के निर्माण सामग्री का इस्तेमाल किया ताकि धाम पर अधिक भार न पड़े और पर्यावरणीय संतुलन बना रहे. हमारी प्राथमिकता धाम की सुरक्षा थी, और इसलिए हमने सुरक्षा की चौथी लेयर बनाने से परहेज किया था" लेकिन मौजूदा सरकार में इन सभी बातों को नजर अंदाज किया जा रहा है और इमारतों के निर्माण को बढ़ावा दिया जा रहा है.


मल्टी-स्टोरी इमारतों को बढ़ावा दे रही है सरकार- हरीश रावत
हरिश रावत ने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि वर्तमान में जिस तरह से धाम में मल्टी-स्टोरी इमारतों को बढ़ावा दिया जा रहा है, वह भविष्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. "हम 2027 में सत्ता में आएंगे तो इस मल्टी स्टोरी निर्माण को ध्वस्त करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को निर्माण के बजाय धाम की पारंपरिक संरचना और प्राकृतिक परिवेश को बनाए रखने पर ध्यान देना चाहिए. हरीश रावत का मानना है कि अधिक भार और अव्यवस्थित निर्माण से केदारनाथ धाम को गंभीर खतरा हो सकता है, जो भविष्य में बड़ी आपदा का कारण बन सकता है. सरकार को निर्माण पर रोक लगानी चाहिये.


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