Uttarakhand Heavy Rain: उत्तराखंड में भारी बारिश का प्रकोप लगातार जारी है और कई जगहों पर जल भराव और बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं जबकि बारिश से संबंधित घटनाओं में दो व्यक्तियों की मौत हुई जबकि दो लोग घायल हो गए है. उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश के चलते नदियां उफान पर चल रही है और बरसाती नालों में लगातार जलभराव देखने को मिल रहा है. जिसके बाद कई रिहायशी इलाकों में भी पानी घुसने की घटनाएं सामने आई है.


ऋषिकेश के पास चौरासी कुटिया में एक दीवार ढह जाने से उसके मलबे में दबकर एक व्यक्ति की मौत हो गई, वहीं एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. मृतक की पहचान राजस्थान के रहने वाले गजानन के रूप में हुई है. नैनीताल जिले के कालाढूंगी में देर शाम को बर नदी के किनारे-किनारे जा रहे दो किशोर पैर फिसलने से उसमें जा गिरे और तेज बहाव में बह गए.


प्रशासन ने चलाया तलाशी अभियान


नैनीताल जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि सूचना मिलने पर तलाश अभियान चलाया गया. जिसमें 15 साल के नितिन तिवारी और उसके चचेरे भाई पंकज तिवारी को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. उधर लगातार हो रही बारिश से केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भी लगातार मार्ग अवरुद्ध होने से श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.


गौरीकुंड में डांट पुलिया के पास हुए भूस्खलन में 2 लोगों के शव बरामद होने की सूचना मिली है. 4 अगस्त को गौरीकुंड के पास भूस्खलन में कुछ लोग दब गए थे. जिनमें से दो लोगों का शव बरामद हुआ है. मरने वालों में एक नेपाली नागरिक वीर बहादुर और दूसरे की पहचान रुद्रप्रयाग के अगस्त मुनि के कष्ठी गांव के रहने वाले 28 वर्षीय रणवीर सिंह के रूप में हुई है.


भूस्खलन से हुई कई मौत


गौरीकुंड भूस्खलन की घटना में अब तक 5 शव बरामद हो चुके हैं. 3 व्यक्तियों के शव घटना वाले दिन ही मिल गए थे, वहीं 2 लोगों के शव गुरुवार को मिले हैं. कुल 23 लोग इस घटना का शिकार हुए थे जिनमें से 18 अभी भी लापता हैं. ऋषिकेश के पास बारिश के कारण एक नाले में तूफान आ जाने के कारण 80 से 100 मकान में पानी घुस गया. जिसके बाद राज्य आपदा प्रबंधन दल एसडीआरएफ ने एक अभियान चलाकर 50 से ज्यादा लोगों को बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा.


इसकी सूचना मिलने पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल भी मौके पर पहुंचे और अधिकारियों के साथ स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए. इसके साथ ही उन्होंने सभी लोगों को सुरक्षित उनके गंतव्य तक छोड़ने और उनके खाने-पीने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए. उधम सिंह नगर जिले के काशीपुर में भी कई मकानों में बारिश का पानी घुस गया और यहां से 80 से अधिक लोगों को निकाल कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.


भारी बारिश से नेशनल हाई वे बंद


प्रदेश में लगातार हो रही बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और राष्ट्रीय राजमार्गों सहित अन्य सड़कें बंद होने की सूचनाएं लगातार आ रही हैं और उनके बंद होने का सिलसिला लगातार जारी है. जिन्हें खोलने के लिए जिला और राज्य प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है लेकिन लगातार हो रही है बारिश रेस्क्यू ऑपरेशन और सड़क खोलने के काम को रोकने का काम कर रही है. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश में कुल 241 मार्ग मलबे के कारण बंद हो गए हैं, जिन्हें खोलने के लिए 213 जेसीबी मशीन लगाई गई है.


कोटद्वार दूगड्डा राष्ट्रीय राजमार्ग पौड़ी जिले में सिद्ध बली से आमसोड तक 10 से 12 जगहों पर भूस्खलन होने मलबा आ गया. जिन्हें हटाने के लिए जेसीबी मशीनें लगाई गई हैं और मलबा हटाने का काम किया जा रहा है, जिससे ट्रैफिक सुचारू रूप से चल सके. वहीं केदार धाम पहुंचने वाले गुप्तकाशी गौरीकुंड राजमार्ग गुरु प्रयाग जिले में तरसाली गांव में पहाड़ी पर भूस्खलन होने से लगभग 60 मीटर सड़क बह गई जिससे वहां से चलने वाला तमाम ट्रैफिक अवरुद्ध हो गया है, इसे ठीक करने के लिए जिला प्रशासन लगातार प्रयास कर रहा है.


इसके मध्य नगर प्रशासन की ओर से लोगों तक सूचना पहुंचाई जा रही है कि इस मार्ग से गुजरने वाले लोग किसी सुरक्षित जगह पर रुक जाएं और इधर से नहीं गुजरे, जवाड़ी और तिलवाड़ा पुलिस चौकियों से यात्रियों को मार्ग बाधित होने की जानकारी देते हुए सुरक्षित जगहों पर रुकने की सलाह दी जा रही है. भारी बारिश के चलते पौड़ी, चमोली, बागेश्वर, नैनीताल और चंपावत जिले में कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में गुरुवार की छुट्टी रहेगी और शुक्रवार को भी नैनीताल जिले में छुट्टी घोषित की गई है.


मौसम विभाग का रेड अलर्ट


इस बीच मौसम विभाग देहरादून ने जारी ताजा पूर्वानुमान में टिहरी, देहरादून और पौड़ी जिलों में 10 से 14 तक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि चंपावत, नैनीताल, उधम सिंह नगर जिलों में 10 और 11 अगस्त के लिए ऑरेंज अलर्ट और 12 से 14 अगस्त के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है.


प्रदेश के इन जिलों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग ने संबंधित जिला अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं. वहीं लोगों से अपील की जा रही है कि यात्रा करते समय इस बात को सुनिश्चित कर लें की जहां यात्रा कर रहे हैं. वहां पर किसी प्रकार के बरसाती नाले तो नहीं है. वहां से अगर गुजरते हैं समय पानी का जलस्तर देखकर ही गाड़ी आगे बढ़ाएं.


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