Uttarakhand Rain: ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे पर नासूर बना सिरोबगड़ का डेंजर जोन, बारिश होते ही गिरने लगता है मलबा
Uttarakhand Monsoon Rain: ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिरोबगड़ डेंजर जोन में बारिश होते ही भूस्खलन होने का सिलसिला लगातार जारी है. जिसकी वजह से बार-बार हाईवे को बंद करना पड़ा रहा है.
Uttarakhand Weather Update: उत्तरखंड में मानसून की बारिश के साथ ही ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (Rishikesh-Badrinath National Highway) पर सिरोबगड़ में भूस्खलन होने का सिलसिला लगातार जारी है. यहां पर पहाड़ी से लगातार बोल्डर गिर रहे हैं, जिसकी वजह से आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं है. हाईवे के बंद होने से चारधाम यात्रा (Char Dham Yatra) पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के साथ ही स्थानीय जनता को भी भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. यहां पर पुलिस की ओर से सुरक्षा जवानों को तैनात किया गया है और हाईवे खुलने के बाद ही आवाजाही करवाई जा रही है.
बारिश होते ही पहाड़ों से गिर रहा है मलबा
ऋषिकेश-बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग से 15 किमी की दूरी पर स्थित सिरोबगड़ डेंजर जोन बरसात में नासूर बन गया है. बारिश होते ही सिरोबगड़ की पहाड़ी से मलबा गिर रहा है. जिस कारण घंटों तक आवाजाही प्रभावित हो रही है और बद्री-केदार और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर आने वाले भक्तों के साथ ही चमोली व रुद्रप्रयाग की जनता को भारी परेशानियों का सामना करते हुए घंटों तक जाम में फंसना पड़ रहा है.
सिरोबगड़ का डेंजर जोन बना नासूर
सिरोबगड़ डेंजर जोन की समस्या आज से नहीं, बल्कि कई सालों पुरानी है. हर साल ही बरसाती सीजन के दो महीनों में यहां ऐसे ही हालात बने रहते हैं. यहां पर पहाड़ी से काफी तेज गति में बोल्डर गिरते रहते हैं. बोल्डरों की चपेट में आने से यहां पर पिछले कुछ सालों में कई मौते भी हो चुकी हैं. फिलहाल यहां पर पुलिस ने यात्रियों और स्थानीय जनता की सुरक्षा के लिये हाईवे के दोनों छोरों पर पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया है. हाईवे पर भूस्खलन होते ही यातायात को रुकवा दिया जाता है और भूस्खलन बंद होने के बाद आवाजाही शुरू की जा रही है.
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रुद्रप्रयाग पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि बद्रीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर कई डेंजर जोन हैं. ऐसे डेंजर जोनों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है और पहाड़ी से भूस्खलन होने पर यातायात रोका जा रहा है. स्थिति सामान्य होने पर ही आवाजाही करवाई जा रही है. उन्होंने बताया कि एनएच विभाग को सुझाव भी दिये गये हैं किस प्रकार से इन स्थानों पर सुरक्षात्मक उपाय किये जा सकते हैं.
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