Uttarakhand News: उत्तराखंड में भारी बारिश के अलर्ट के बाद प्रदेश भर में बारिश के कारण कई जगह तबाही मची हुई है. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में बारिश ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है, कई जगह लोग फंसे हैं. जिनको निकलने के लिए हेलीकॉप्टर का प्रयोग करना पड़ा है. रुद्रप्रयाग में लगभग 50 यात्री पुल टूट जाने के चलते फंस गए थे, जिनको हेलीकॉप्टर की मदद से बाहर निकाला गया है.


बता दें कि मदमहेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंसे होने की सूचना एसडीआरएफ को मिली. जिसके बाद राहत बचाओ कार्य शुरू किया गया. मोरखंडा नदी पर अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समाया जिसके बाद ये तमाम यात्री फंस गए. इनको निकलने के लिए हेलीकॉप्टर की मदद लेनी पड़ी.


रुद्रप्रयाग द्वितीय केदार मदमहेश्वर यात्रा के आधार शिविर बनातोली में मोरखंडा नदी पर बना लकड़ी का अस्थायी पुल नदी की तेज धाराओं में समा गया है. जानकारी के मुताबिक मदमहेश्वर धाम में लगभग 50 तीर्थ यात्रियों सहित स्थानीय व्यापारी फंस गये हैं. मदमहेश्वर घाटी में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से मोरखंडा नदी के जल स्तर में निरन्तर वृद्धि देखने को मिल रही है.


पिछले साल 14 अगस्त 2023 को मोरखंडा नदी में 70 के दशक में बना लोहे के गार्डर से बना पुल मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समा गया था. प्रशासन द्वारा मदमहेश्वर धाम में फंसे 500 से ज्यादा तीर्थ यात्रियों का हेलीकॉप्टर से रेक्स्यू कर रांसी गांव पहुंचाया गया था.


लोहे के गार्डर पुल के मोरखंडा नदी  की तेज धाराओं में समाने के बाद लोक निर्माण विभाग द्वारा मोरखंडा नदी पर लकड़ी का अस्थायी पुल बनाकर आवाजाही शुरू की गई थी. मगर बीती आज फिर दोबारा मोरखंडा नदी के जल स्तर में भारी वृद्धि होने से लकड़ी का अस्थायी पुल मोरखंडा नदी की तेज धाराओं में समाने से तीर्थ यात्रियों व ग्रामीणों की आवाजाही पूर्णतया ठप हो गई है. फिलहाल वहां फंसे लोगो को निकालने के लिए हेलिकोटर का सहारा लिया गया है फिलहाल किसी भी तरह के जान माल के नुकसान कोई खबर नहीं है लेकिन लगातार बारिश होने से कई जगह बादल फटने जैसे हालात दिखाई दे रहे है.


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