Uttarakhand News: देहरादून (Dehradun) नगर निकाय और पंचायत चुनावों (Local Body Elections) से पहले बीजेपी (BJP) को बड़ा झटका लगा है. एक तरफ जहां बीजेपी को अपने ही पार्षदों के विरोध में रुड़की के मेयर गौरव गोयल को निष्कासित करना पड़ा तो वहीं दूसरी तरफ रुद्रप्रयाग की जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी बचाने में बीजेपी नाकाम रही. उधर, जिला पंचायत अध्यक्ष के इस्तीफे से यह साफ जाहिर हो गया है कि पंचायत चुनाव में भी बीजेपी को विद्रोह का सामना करना पड़ सकता है.


बीजेपी ने इसलिए की मेयर के खिलाफ कार्रवाई


उत्तराखंड में अगले साल नगर निकाय और पंचायत चुनाव होने हैं. बीजेपी दोनों ही चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है लेकिन रुड़की नगर निगम में मेयर के खिलाफ बीजेपी पार्षदों के खिलाफ विरोध से पार्टी सकते में है. डर है कि कहीं यह विद्रोह दूसरे नगर निकायों तक न पहुंच जाए इसलिए बीजेपी ने सबसे पहले अपने मेयर पर ही कार्रवाई कर दी और गौरव गोयल को 6 साल के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया. पार्टी नेताओं का कहना है कि बीजेपी अनुशासनात्मक दल है और इसमें किसी की मनमानी नहीं चलेगी इसीलिए रुड़की के मेयर को निष्कासित किया गया है. हालांकि वे कह रहे हैं कि इसका निकाय चुनाव पर असर नहीं पड़ेगा.


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यहां भी मुसीबत में है बीजेपी


वहीं, बीजेपी के अंदर उठा ये असंतोष सिर्फ निकायों तक सीमित नहीं है बल्कि पंचायतों में भी बीजेपी मुसीबत में पड़ गई है. रुद्रप्रयाग जिले की जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेइ शाह को जिला पंचायत सदस्यों के विरोध के बाद इस्तीफा देना पड़ गया. पंचायत अध्यक्ष ने इससे पहले पार्टी के बड़े नेताओं से बात की लेकिन फिर भी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा.  जिला पंचायत अध्यक्ष के साथ विधायक भरत चौधरी भी खड़े नजर नहीं आए. हालांकि वह दलील दे रहे हैं कि अमरदेइ शाह ने पारिवारिक कारणों से इस्तीफा दिया है.


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