Rudrapur News: रुद्रपुर नगर निगम (Rudrapur Nagar Nigam) की बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान कांग्रेस के पार्षदों ने रुद्रपुर के मेयर रामपाल सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सदन में धरना प्रदर्शन किया. तो वहीं बीजेपी पार्षद मेयर रामपाल सिंह के समर्थन में उतर कर कांग्रेस पार्षदों को विकास विरोधी बताने लगे. हंगामा बढ़ता देख पुलिस को भी बोर्ड की बैठक में दाखिल होना पड़ा.
रुद्रपुर नगर निगम सभागार में रविवार को बोर्ड की बैठक आहूत की गई. जिसमें बीजेपी सहित कांग्रेस पार्षदों ने शिरकत की और क्षेत्र के विकास कार्यों को लेकर चर्चा शुरू होने के बाद बोर्ड बैठक में एकाएक हंगामा शुरू हो गया. जिसमें कांग्रेस के पार्षदों के द्वारा बीजेपी के मेयर रामपाल सिंह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए निगम के द्वारा निकाले गए 45 टेंडरों को निरस्त करने की मांग करते हुए सदन में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया. और जमकर नारेबाजी करने लगे. कांग्रेस पार्षदों का आरोप था कि नगर निगम में कांग्रेस पार्षदों की उपेक्षा की जाती है. उनके क्षेत्रों में काम नहीं किया जाता जबकि बीजेपी के मेयर रामपाल सिंह पर अपने चहेतों के क्षेत्रों में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी पार्षदों के क्षेत्र में जहां विकास कार्य की आवश्यकता भी नहीं है वहां पर भी विकास कार्य कराए जा रहे हैं. लेकिन उनके क्षेत्र में विकास कार्य कराने के परहेज किया जा रहा है.
कांग्रेस के पार्षद धरने पर डटे रहे
नगर निगम सभागार में आयोजित बोर्ड की बैठक में हंगामा इतना बढ़ गया कि सुरक्षा को देखते हुए पुलिस को भी बोर्ड की बैठक में दाखिल होना पड़ गया. हालांकि हंगामा बढ़ता देख जल्द से जल्द प्रस्तावों पर मुहर लगाते हुए मेयर रामपाल सिंह के द्वारा बोर्ड की बैठक को समाप्त कर दिया गया और मेयर संहित एमएनए उठकर अपने-अपने केबिन में चले गए. वहीं कांग्रेस के पार्षद धरने पर डटे रहे. रुद्रपुर के मेयर रामपाल सिंह ने कांग्रेस पार्षदों पर ही ठेकेदारों को परेशान करने के साथ ही भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि कांग्रेस के पार्षदों के द्वारा कमीशन को लेकर ठेकेदार को परेशान किया जाता है. जिससे क्षेत्र के विकास कार्यो में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
रुद्रपुर नगर निगम के मुख्य नगर अधिकारी विशाल मिश्रा ने बताया कि हंगामे के बीच निगम बोर्ड की बैठक में 35 प्रस्तावों पर मुहर लगा दी गई है. इसके अलावा भी कई अन्य प्रस्ताव आए हैं जिसको बोर्ड की बैठक में शामिल किया गया है.
नगर निगम की बैठक में हंगामा होना कोई नई बात नहीं
रूद्रपुर नगर निगम की बैठक में हंगामा होना यह कोई नई बात नहीं है इससे पहले भी कई बोर्ड की बैठकों में हंगामा हुआ है. लेकिन सवाल यह है कि नगर निगम के चुनाव नजदीक हैं ऐसे में सभी जनप्रतिनिधियों को क्षेत्र के विकास को देखते हुए शांतिपूर्ण ढंग से बैठक में शामिल होना चाहिए था. लेकिन कांग्रेस द्वारा जब धरना शुरू किया गया तो बीजेपी पार्षद मेयर के समर्थन में आकर कांग्रेस को विकास विरोधी बताने लगे और जमकर हंगामा करने लगे. हंगामे भरी इस बोर्ड की बैठक को देखकर कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों की मानसिकता का अंदाजा लगाया जा सकता है.