रुद्रप्रयाग: केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की पहाड़ियों में जमकर हिमपात होने के साथ ही धाम में जोरदार बारिश हुई है. बारिश के बाद धाम में ठंड भी काफी बढ़ गई है. वहीं कई तीर्थयात्री बारिश होने के बावजूद लाइन में लगकर बाबा के दर्शनों का इंतजार करते रहे, जिस कारण उन्हें काफी दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा.
रविवार को दोपहर में धाम में शुरू हुई थी बारिश
बता दें कि रविवार दोपहर एक बजे केदारनाथ धाम में बारिश शुरू हुई, जो कुछ देर बाद बंद हो गई. इसके बाद चार बजे केदारनाथ धाम की पहाड़ियों में जमकर हिमपात होने के साथ ही फिर जोरदार बारिश शुरू हो गई. करीब आधे घंटे तक धाम में बारिश हुई और भोले के भक्तों ने लाइन में खड़े रहकर दर्शनों का इंतजार किया. इधर मौसम को देखते हुए मंदिर समिति की ओर से समय से पहले ही मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए, जिसके बाद श्रद्धालुओं ने भी राहत की सांस ली.
बता दें कि रविवार दोपहर एक बजे केदारनाथ धाम में बारिश शुरू हुई, जो कुछ देर बाद बंद हो गई. इसके बाद चार बजे केदारनाथ धाम की पहाड़ियों में जमकर हिमपात होने के साथ ही फिर जोरदार बारिश शुरू हो गई. करीब आधे घंटे तक धाम में बारिश हुई और भोले के भक्तों ने लाइन में खड़े रहकर दर्शनों का इंतजार किया. इधर मौसम को देखते हुए मंदिर समिति की ओर से समय से पहले ही मंदिर के द्वार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए, जिसके बाद श्रद्धालुओं ने भी राहत की सांस ली.
बता दें कि बारिश में भक्तों की लाइन मंदिर से पांच सौ मीटर दूर चबूतरे तक लगी हुई थी. गौरतलब है कि लम्बे समय से धाम में रैन शेल्टर की मांग की जा रही है, जो आज तक पूरी नहीं हो पाई है, जिस कारण तीर्थयात्रियों को बारिश और बर्फबारी में काफी दिक्कतें होती हैं.
धाम में क्यू मैनेजमेंट व्यवस्था को लागू करने के हो रहे प्रयास
वहीं जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि धाम में क्यू मैनेजमेंट व्यवस्था को लागू करने के प्रयास किये जा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को लाइन में लगकर इंतजार ना करना पड़े. जल्द ही यह व्यवस्था शुरू कर दी जाएगी. साथ ही आस-पास के दुकानदारों से कहा गया गया है कि वह यात्रियों के लिए बैठने की व्यवस्था करें. वहीं डीएम ने कहा कि बारिश होने पर तीर्थयात्रियों को लाइन में दिक्कतें होती हैं. धाम में रैन शेल्टर का कार्य भी गतिमान है. इसके निर्माण के बाद यात्रियों की समस्या खत्म हो जाएगी.
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