Uttarakhand News: उत्तराखंड के बागेश्वर में एक स्वयंभू बाबा ने अवैध तरीके से सरकारी जमीन पर मंदिर का निर्माण कर लिया है. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक बाबा योगी चैतन्य आकाश ने दावा किया है कि उसके सपने में ईश्वर की ओर से दिव्य निर्देश मिले हैं कि वो पहाड़ों में पर्यावरण के प्रति संवेदनशील स्थान पर मंदिर की स्थापना करें. जिसके बाद बाबा ने सुंदरधुंगा ग्लेशियर में मंदिर बनाया है. स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया है. 


खबर के मुताबिक स्थानीय लोग ऊंचे पर्वतों में अवैध तरीके से बनाए गए इस मंदिर का विरोध कर रहे हैं. इन्हीं में एक ग्रामीण महेंद्र सिंह धामी ने बताया कि बाबा ने ग्रामीणों के बहला फुसलाकर राजी कर लिया. उसने बताया कि उसके सपने में देवी मां प्रकट हुईं थीं, सपने में देवी मां ने उसे मंदिर बनाने का निर्देश दिया. उनका कहना है कि ये तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों के लिए एक पवित्र स्थान हैं लेकिन बाबा ने यहां स्थित कुंड को अपवित्र कर दिया है. 


स्थानीय लोगों ने जताया आक्रोश
महेंद्र सिंह ने दावा किया कि बाबा ने इस कुंड को स्वीमिंग पूल बना दिया है. उसे कई बार इस कुंड में नहाते हुए भी देखा गया है. जिससे स्थानीय लोगों में नाराजगी है. वहीं एक और ग्रामीण प्रकाश कुमार ने इसे ईशनिंदा बताया. उन्होंने कहा कि ये कुंड बहुत पवित्र है. 12 सालों में एक बार जब नंद राज यात्रा होती है तो हमारे देवता इस कुंड में आते हैं. 


ग्रामीणों का आरोप है कि बाबा ने स्थानीय लोगों को गुमराह करके इस अवैध तरीके से इस मंदिर का निर्माण किया है. उन्होंने कहा कि ये परंपराओं के खिलाफ है. स्थानीय लोगों के आक्रोश के बाद ये मामला गरमा गया है. प्रशासन की ओर से इस मामले की जांच शुरू हो गई है. कपकोट के मजिस्ट्रेट अनुराग आर्य के मुताबिक जल्द ही प्रशासन की टीम इस मंदिर की जांच करेगी. इस टीम में वन और राजस्व विभाग के साथ पुलिस की टीम भी शामिल होगी. अगर ये मंदिर अवैध पाया जाता है तो अतिक्रमण को हटाया जाएगा. 


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