देहरादून: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने लेह-लद्दाख सीमा पर ऊधमसिंह नगर जिले के किच्छा निवासी करन देव उर्फ देव बहादुर की शहादत पर उन्हें नमन करते हुए परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की. शोक संदेश में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि अपना फर्ज निभाते हुए शहीद हुए गोरखा रेजीमेंट के 24 वर्षीय जवान के परिजनों के साथ सरकार हमेशा खड़ी रहेगी. किच्छा के गौरीकलां क्षेत्र के रहने वाले देव बहादुर भारतीय सेना में वर्ष 2016 में भर्ती हुए थे.


देव बहादुर के शहीद होने की खबर मिलते ही पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई. क्षेत्रीय विधायक राजेश शुक्ला जवान के परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए उनके घर पहुंचे. पिछले शुक्रवार को देव बहादुर ने पिता को वीडियो कॉल कर कहा था कि अब मुझे फोन मत करना, मुझे ऊपर टापू पर भेज रहे है. मैं अब नवंबर में घर आऊंगा. देव बहादुर के बडे भाई किशन बहादुर भी भारतीय सेना में है और फिलहाल ग्वालियर में तैनात हैं.



शहीद जवान देव बहादुर का लद्दाख में पेट्रोलिंग के दौरान एक्सीडेंट हो गया था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी. शहीद देव बहादुर के परिजनों ने बताया कि सेना मुख्यालय से एक फोन आया था, जिसमें बताया गया था कि पेट्रोलिंग के दौरान देव बहादुर घायल हो गया है. वहीं, जब शहीद के बड़े भाई किशन बहादुर जो खुद सेना में है उन्होंने सेना से संपर्क किया तो पता चला कि देव बहादुर इलाज के दौरान शहीद हो गए.


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