ABP Ganga Maha Adhiveshan: गैरसैंण को राजधानी घोषित करने की सबसे ज्यादा खुशी मुझे हुई- प्रेमचंद अग्रवाल
उत्तराखंड विधानसभा के स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल ने विधानसभा सत्र के सुचारू रूप से चलने की उम्मीद जताई है.
ABP Ganga Maha Adhiveshan: आपके अपने चैनल पर एबीपी गंगा पर महा अधिवेशन शुरू हो गया है. देहरादून में शुरू हुए इस महा अधिवेशन में उत्तराखंड की सियासयत से लेकर तमाम मुद्दों पर बातचीत होगी. महा अधिवेशन की शुरुआत विधानसभा स्पीकर प्रेमचंद अग्रवाल के साथ हुई.
प्रेमचंद अग्रवाल ने बताया कि उत्तराखंड में विधानसभा सत्र को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. उन्होंने कहा कि 23 अगस्त से विधानसभा का सत्र देहरादून में चलेगा. उम्मीद है कि सत्र मे जनता की भलाई के लिए कई काम किये जाएंगे. उन्होंने आगे कहा कि जब से मैं विधानसभा अध्यक्ष बना हूं तब से शायद ही ऐसा कोई सत्र हो जिसमें बहुत ज्यादा हंगामा हुआ हो. मैं भाग्यशाली हूं कि हमारे यहां विधानसभा सत्र अच्छे तरीके से चले हैं.
उत्तराखंड के लिए चले आंदोलन के दिनों को किया याद
उन्होंने महा अधिवेशन में उत्तराखंड राज्य के लिए चले आंदोलन के दिनों को भी याद किया. प्रेमचंद ने बताया कि इस आंदोलन का हिस्सा मैं भी था. उन्होंने मुजफ्फरनगर की घटना को भई याद किया. प्रमचंद उस घटना को याद करते हुए बोले, मुजफ्फरनगर में बहुत बड़ी घटना हो गई थी. महिलाओं का साथ बड़ा अपमान हुआ था. कई क्रांतिकारी इस दौरान शहीद भी हुए थे. उस समय जैसे ही मुझे पता लगा मैं वहां पहुंचा था. मुझे याद है कि तब वहां बहुत से लोगों के शव पड़े हुए थे. तब मेरे मन में ये भावना थी कि किसी भी तरह से उत्तराखंड राज्य बनना चाहिए. उस समय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री बनने के बाद उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया.
गैरसैंण को राजधानी बनाए जाने पर भी बोले अग्रवाल
अग्रवाल ने कहा कि मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया. मैं खुद पहाड़ों की राजधानी पहाड़ों पर होने का पक्षधर था. गैरसैंण को ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किये जाने की सबसे ज्यादा खुशी मुझे हुई.
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