उत्तराखंड घूमने जाने वालों के लिए बड़ी खबर, अब नहीं कर पाएंगे ये काम, सरकार का बड़ा फैसला
Uttarakhand News: उत्तराखंड सरकार सड़क दुर्घटना को कम करने के लिए रात के वक्त वाहनों के संचालन पर रोक लगाने जा रहा है. वहीं कई जगह सड़को पर निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए जा रहे है.
Uttarakhand News: उत्तराखंड में कुछ दिन पूर्व हुए टैंपो ट्रैवलर हादसे में 15 लोगों की जान गई थी. इसके बाद राज्य सरकार लगातार ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रयास कर रही है. प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए है. जिसके बाद अधिकारी इस और कुछ ठोस कदम उठाने जा रहे है. आपको बता दें कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रैंतोली में हुए टेंपो-ट्रैवलर हादसे के बाद से सरकार काफी सख्त दिखाई दे रही है.
अब रात के समय इस जिले में यात्री व पर्यटक वाहनों के संचालन पर रोक लगाने की तैयारी की जा रही है. साथ ही दिन के समय जनपद में पहुंचने वाले बाहरी व स्थानीय वाहन राष्ट्रीय राजमार्ग पर कितनी गति में दौड़ रहे हैं. इसके लिए परिवहन विभाग स्पीड मीटर लगाने की तैयारी भी कर रहा है. वहीं बेतरतीब वाहनों के संचालन पर रोक लगाने और आगामी मानसून सीजन को ध्यान में रखते हुए प्रशासन व पुलिस रात्रि के समय हाईवे पर वाहनों के संचालन पर रोक लगाने की तैयारी में हैं ताकि घटनाओं पर लगाम लगाया जा सके.
सीसीटीवी कैमरे से जुड़ा होगा डीएम और पुलिस कार्यालय
पुलिस अधिकारी के अनुसार, इस दिशा में प्रशासन के प्रारंभिक चरण की बातचीत हो चुकी है, जल्द ही योजना को अमलीजामा पहनाते हुए समय तय किया जाएगा की कब ये रोस्टर लागू करना है. इस व्यवस्था को कारगर बनाने के लिए खांकरा, नगर से, चिरबटिया में बैरियर स्थापित कर सीसीटीवी कैमरा से लैस कर सीधे जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक कार्यालय से जोड़ा जाएगा. ताकि हर हरकत पर नजर बनी रहे और कोई भी व्यक्ति बिना परमिशन आगे न जाए.वहीं परिवहन विभाग भी अब इन सड़को पर गति मीटर लगाने की तैयारी में है ताकि हर वाहन की स्पीड पर नजर रहे
सभी जगहों पर प्रशासन लगा रहा रिकॉर्डिंग कैमरे
वहीं प्रशासन इन जिलों में आने वाले वाहनों पर रिकॉर्डिंग कैमरे लगाने की भी दिशा में काम कर रहा है. ताकि इन वाहनों पर लगे हुए कैमरे से हार गतिविधि पर नजर रखी जा सके इस प्रकार की योजना पर भी विचार किया जा रहा है. ये नियम सरकारी वाहनों से लाकर स्थानीय और पर्यटकों के वाहनों पर भी लागू होगा. इस प्रकार की योजना से काफी हद तक मदद मिलेगी. दुर्घटना क्यों हुई कैसे हुई क्या कारण था, सब खबर मिल पाएगी. जल्द ही प्रदेश में मानसून शुरू होने वाला है. तो काफी हद तक दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है.
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