Uttarakhand Roadways Fare To Be Revised: उत्तराखंड (Uttarakhand) रोडवेज सभी रूटों पर बसों का किराया बढ़ाने की तैयारी में है. इसके लिए रोडवेज प्रबंधन ने प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे राज्य परिवहन प्राधिकरण (STA) को भेजने की तैयारी है. रोडवेज ने अभी सिर्फ उन्हीं रूटों पर किराया बढ़ाया है, जहां टोल प्लाजा है. दरअसल यह निर्णय टोल टैक्स बढ़ने पर लिया गया था.
ऐसा माना जा रहा है कि अब रोडवेज सभी रूटों पर किराया बढ़ाने को लेकर प्राधिकरण पर दबाव बनाएगा. रोडवेज ने इसका प्रस्ताव भी बना लिया है, जिसे राज्य परिवहन प्राधिकरण को भेजे जाने की तैयारी है. रोडवेज का तर्क है कि बसों का किराया फरवरी 2020 में बढ़ा था, तब से डीजल के दाम 60 प्रतिशत तक बढ़ गया है. वहीं वाहनों के मरम्मत का खर्च भी बढ़ गया है. किराया नहीं बढ़ने के कारण रोडवेज को आर्थिक नुकसान हो रहा है. वर्तमान में रोडवेज की मासिक आय 55 करोड़ तक है, जबकि खर्च 58 करोड़ पहुंच गया है.
प्राइवेट वाहनों का भी बढ़ेगा किराया
जानकारी के अनुसार, रोडवेज, निजी और टैक्सी आदि का किराया और ट्रकों का मालभाड़ा एसटीए तय करता है. एसटीए ने यात्री किराये के दोबारा निर्धारण को लेकर रिपोर्ट मांगी थी. स्थानीय स्तर की रिपोर्ट मिल गई है, लेकिन अल्मोड़ा, पौड़ी और हल्द्वानी आरटीओ से अभी तक रिपोर्ट नहीं मिली. जबकि, उन्हें कई बार पत्र भेजे जा चुके हैं. परिवहन मंत्री जल्द बैठक लेने वाले हैं. इसलिए, एक फिर सभी आरटीओ को रिपोर्ट भेजने को पत्र लिखा गया है. वहीं डीजल की कीमतों में बेतहाशा हो रही वृद्धि को देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले दिनों में किराया बढ़ना लगभग तय है.
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