Uttarakhand News: उत्तराखंड एसटीएफ ने देहरादून, चमोली, टिहरी, उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, पौड़ी और बागेश्वर जिलों में कई लोगों के साथ करोड़ों रूपये की धोखाधड़ी करने वाले गैंग की मुखिया को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी महिला की गिरफ्तारी पर चार जिलों चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून से ईनाम घोषित किया गया था. आरोपी महिला पिछले दो वर्षों से उत्तराखंड के सात जिलों की पुलिस के लिए सिरदर्द बनी हुई थी. पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड द्वारा राज्य में ईनामी / वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे "आपरेशन प्रहार" के तहत ये गिरफ्तारी हुई है.


निरीक्षक प्रदीप कुमार राणा के नेतृत्व में बागेश्वर, पौड़ी, रुद्रप्रयाग, जनपद चमोली, उत्तरकाशी, टिहरी तथा देहरादून जिलों के विभिन्न थानों में करीब 15 मुकदमों में नामजद, फरार, वांछित, ईनामी अभियुक्ता मोनिका कपूर को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है. इस महिला के विरूद्ध करीब 15 अभियोग दर्ज थे. इस मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मोनिका कपूर, जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज को-ऑपरेटिव सोसाईटी लि. नामक कम्पनी की निदेशक थी, जिसका मुख्यालय दिल्ली था. उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 2015 से उत्तराखण्ड के अलग-अलग जिलों की विभिन्न तहसीलों में स्थानीय शिक्षित व बेरोजगार नवयुवकों को कम्पनी का प्रचार करने व अन्य नवयुवकों को जोड़ने व उनसे निवेश करने हेतु प्रेरित किया था.


2021 में कंपनी पर ताला लगा फरार हो गई थी महिला


गिरफ्त में आई महिला पर आरोप है कि कम्पनी के खातों में उनके बचत खाते/ आरडी / एफडी व दैनिक बचत खाते आदि खुलवाए गए, जिनके द्वारा कम्पनी के खातों में धनराशि जमा कराई गई. समय-समय पर निवेश करने वाले लोगों को धनराशि दी जाती थी, जिससे स्थानीय व्यक्तियों को कम्पनी में खाता खोलने पर पूरा यकीन हो गया था. जब कम्पनी में लोगों की काफी धनराशि जमा हो गई और उनकी आरडी / बचत पत्र का समय पूरा होने लगा तो वर्ष 2021 के अन्त में कम्पनी फरार हो गई.


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