Jim Corbett National Park: उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में महिलाओं के गाड़ियां चलाने पर वन मंत्री सुबोध उनियाल का बयान सामने आया है. सुबोध उनियाल ने शनिवार को कहा कि महिलाओं को जिन गाड़ियों को चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी. कंपनी ने उन गाड़ियों को बनाना बंद कर दिया है. उनियाल ने कहा कि जब गाड़ियां ही नहीं होंगी तो महिलाएं कैसे कॉर्बेट पार्क में गाड़ियां चलाएंगी.
पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने की थी घोषणा
महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने घोषणा की थी कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में महिलाओं को भी भागीदारी दी जाएगी. महिलाएं भी कॉर्बेट नेशनल पार्क में पर्यटकों को सफारी कराएंगी. इसके लिए महिलाओं को जिप्सी चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी. लगभग 50 महिलाओं को यह ट्रेनिंग दी गई थी जिसमें महिलाओं को जिप्सी चलाना सिखाया गया था और महिलाओं को किस तरह से पर्यटकों के साथ व्यवहार करना है इस बात की भी ट्रेनिंग दी गई थी.
तीन साल पहले हुई थी घोषणा
पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत की घोषणा को बीते लगभग 3 साल हो चुके हैं, लेकिन अभी तक महिलाओं को न तो कॉर्बेट नेशनल पार्क में गाड़ी चलाने का मौका मिला है न ही उन्हें कोई आश्वासन मिल पाया है. ऐसे में वन मंत्री सुबोध उनियाल ने साफ तौर पर कहा है कि जिन गाड़ियों को चलाने के लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया था वह गाड़ियां कंपनी ने बनाना बंद कर दी है जब गाड़ियां ही नहीं होगी तो महिलाएं कैसे गाड़ी चलाएंगी.
महिलाओं ने दी आंदोलन की चेतावनी
महिलाओं का कहना है कि उन्हें आश्वासन दिया गया था कि जब तक गाड़ियां नहीं मिलती हैं तब तक उन्हें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में नेचर गाइड के रूप में रखा जाएगा, लेकिन ऐसा भी नहीं हो पाया है. इससे महिलाएं खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही हैं और अब वन विभाग और सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की बात कह रही हैं.
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