Uttarakhand News: वर्षों की परंपरा को दोबारा कायम करते हुए इस बार उत्तराखंड (Uttarakhand) में बाबा केदारनाथ (Kedarnath) के दर पर तेल कलश यात्रा पहुंचाई जाएगी. इस यात्रा को स्थानीय वाद्य यंत्रों और बाबा केदार की डोली के साथ केदारधाम में पहुंचाया जाएगा. बाबा केदारनाथ के धाम प्रस्थान की प्रक्रिया आज से शुरू हो गई है. इस प्रक्रिया के तहत जहां ओंकारेश्वर मंदिर में भैरवनाथ की पूजा-अर्चना की गई, वहीं केदारनाथ पंच पण्डा समिति रुद्रपुर-गुप्तकाशी की ओर से पूर्व परम्परा का निर्वहन करते हुए तेल कलश यात्रा को पुनर्जीवित किया जा रहा है. 


अखंड ज्योति होगी प्रज्वलित 
इस प्रक्रिया के तहत पूर्व परम्परानुसार ग्राम सांकरी से केदारनाथ धाम में अखंड ज्योति प्रज्वलित करने के लिए तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया गया है. आज ग्राम सांकरी से अखंड ज्योति के लिए तेल कलश यात्रा पंच पंडा समिति के पदाधिकारियों और सांकरी के ग्रामीणों की उपस्थिति में भुकुण्ड भैरव के शीतकालीन गद्दी स्थल रुद्रपुर पहुंची. 2 मई को यह तेल कलश यात्रा विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान कर बाबा केदारनाथ की पैदल डोली यात्रा के साथ मिलेगी और फिर केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी.


श्रद्धालुओं में खासा उत्साह
पंच पडा समिति रुद्रपुर के अध्यक्ष अनीत शुक्ला ने बताया कि वर्ष 1952 के बाद एक बार फिर बद्रीनाथ की तर्ज पर तेल कलश यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह बना हुआ है. यह तेल यात्रा केदारनाथ धाम में अखण्ड ज्योति प्रज्जवलित करने के लिये निकाली जा रही है. इसमें तीन गांवों के ग्रामीण भाग लेंगे.


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