Dehradun News: दुनियाभर में प्रसिद्ध गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट पर्व पर बुधवार दोपहर 12.01 बजे से बंद हो जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद  श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखबा) में कर सकेंगे. श्री पांच गंगोत्री मंतिर समिति के अध्यक्ष रावल हरीश सेमवाल ने बताया कि दशहरा पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का समय तय किया गया था, जिसके अनुसार गंगोत्री के कपाट आज यानी बुधवार से 12.01 बजे शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे.


गंगोत्री धाम से मां गंगा की उत्सव डोली यात्रा 12.05 बजे अपने शीतकालीन पड़ाव मुखबा के लिए रवाना होगी, जो एक दिन लंका स्थित भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के बाद अगले दिन मुखबा पहुंचेगी. शीतकाल के 6 महीने मां गंगा की उत्सव डोली मुखबा स्थित मंदिर में विराजमान होगी.


27 अक्टूबर को बंद होंगे केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट
यमुनोत्री धाम के कपाट भैया दूज पर 27 अक्टूबर को दोपहर 12.09 बजे बंद होंगे. यमुना की डोली लेने के लिए खरशोली गांव से शनि महाराज की डोली 27 अक्टूबर की सुबह यमुनोत्री पहुंचेगी. शीतकाल में श्रद्धालु यमुना के दर्शन खरशाली स्थित यमुना मंदिर में कर सकेंगे.


वहीं द्वादश ज्योर्तिलिंगों में शामिल केदारनाथ के कपाट 27 अक्टूबर यानी भैयादूज पर सुबह 8.30 बजे वैदिक मंत्रोच्चार एवं पौराणिक परंपराओं के साथ विधिविधान से शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाएंगे. कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी उत्सव डोली रात्रि विश्राम के लिए प्रथम पड़ाव फाटा, 28 अक्टूबर को भोले बाबा की उत्सव डोली रात्रि विश्राम  के लिए विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी तथा 29 अक्टूबर को पंचगद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी. शीतकाल में 6 महीने तक यहीं पर श्रद्धालु भगवान केदारनाथ के दर्शन कर सकेंगे.


अब तक 15 लाख श्रद्धालुओं ने किये बाबा केदारनाथ के दर्शन
केदारनाथ में इस सीजन में अब तक 15 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं. वहीं गंगोत्री धाम में अब तक 6.12 लाख जबकि यमुनोत्री में 4.78 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं.


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