Dehradun News: उत्तराखंड की चार धाम यात्रा (Chardham yatra) का जल्द ही समापन होने जा रहा है, इसकी शुरुआत गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के कपाट बंद होने से होगी. शीतकाल के लिए बुधवार को गंगोत्री धाम के कपाट बंद कर दिये जाएंगे. चारों धामों के कपाट बंद करने की पूरी तैयारी कर ली गई है.


27 अक्टूबर को बंद होंगे केदारनाथ के कपाट
केदारनाथ (Kedarnath) और यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के कपाट गुरुवार यानी 27 अक्टूबर को बंद कर दिये जाएंगे. शीतकाल में चारों धामों के कपाटों को बंद करने का ऐलान दशहरे के मौके पर होता है. यात्रा की दुर्गम्यता को देखते हुए  शीतकाल में मंदिरों के कपाट बंद कर दिये जाते हैं. हालांकि कपाट बंद करने को लेकर अपनी अलग मान्यताएं भी हैं. 


गंगोत्री धाम में कपाट बंद करने को लेकर पूजा-अर्चना शुरू हो गई है. गोवर्धन पूजा के बाद निर्धानरित समय 12 बजकर 1 मिनट पर  गंगोत्री के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. वहीं 27 अक्टूबर सुबह 8 बजकर  30 मिनट पर केदारनाथ के कपाट बंद कर दिये जाएंगे. कपाट बंद करने को लेकर पूजा की तैयारी शुरू हो चुकी है. 27 अक्टूबर यानी भाई दूज के दिन केदारनाथ धाम के कपाट बंद कर दिए जाएंगे.


कब बंद होंगे बद्री विशाल के कपाट
वहीं बद्रीनाथ के कपाट 19 नवंबर को बंद कर दिये जाएंगे. दशहरे के दिन धाम के कपाट बंद करने की घोषणा की गई थी. धाम के कपाट बंद होने की प्रक्रिया की शुरुआत 15 नवंबर को पंच पूजा के साथ होगी.


इस बार 3 मई से शुरू हुई थी चार धाम यात्रा
 चार धाम की यात्रा इस बार 3 मई से शुरू हुई थी. इस बार की यात्रा के दौरान दिवाली से पूर्व बाबा केदारनाथ के दर्शन करने रिकॉर्ड 15 लाख श्रद्धालु पहुंचे. केदारनाथ काम के लिए रोजाना 12 हजार और बदरीनाथ धाम के लिए रोजाना 15 हजार तीर्थयात्रियों का कोटा तैयार किया गया था. 


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