Garhwal News: उत्तराखण्ड में यात्रा सीजन शुरू को है लेकिन पौड़ी में गढवाल मण्डल विकास निगम की चिंता यात्रा सीजन शुरू होने से पहले ही बढ गई है. दरअसल, जीएनवीएम टूरिस्ट रेस्ट हाउस की जमीन धीमे धीमे धस रही है जिसका सीधा असर रेस्ट हाउस की दीवारों पर नजर आने लगा है, जमीन धंसने से रेस्ट हाउस की दीवारों पर कई जगह दरारें पड़ने लगी हैं, जिससे गढ़वाल मण्डल विकास निगम की चिंता भी बढ़ गई है. 


पर्यटकों की संख्या में इजाफा होने की है उम्मीद
गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबंधक ने बताया कि जीएनवीएम टूरिस्ट रेस्ट हाउस की बिल्डिंग सन् 1983 में बनी है, वहीं जिस जमीन पर ये बिल्डिंग बनी है, जीएनवीएम मान रहा है कि रेस्ट हाउस के आस-पास से जल स्त्रोत गुजर रही है जिसके कारण दीवार में दरार आई हो. इसके अलावा गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबंधक ने यात्रा सीजन में पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा होने के भी आसार जाहिर किए है, लेकिन टूरिस्ट रेस्ट हाउस की दीवारों पर पड रही दरारे उनकी चिंता को बढा रहीं हैं, हालांकि दिवारों पर पड़ी दरारों से शासन और प्रशासन को कई दफा जीएनवीएम के पूर्व प्रबंधक और वर्तमान प्रबंधक अवगत करवा चुके हैं लेकिन जीएनवीएम रेस्ट हाउस को नए सिरे से बनाए जाने के बजाय सिर्फ  मरम्मत के लिए ही इस बार 15000 का बजट दिया गया है जबकि जीएनवीएम के प्रबंधक ने बताया कि बिल्डिंग को दोबारा से बनाया जायेगा तो ही बिल्डिंग भविष्य में सुरक्षित रह पायेगी.


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1983 की बनी हुई है बिल्डिंग 
गढ़वाल मण्डल विकास निगम के प्रबंधक सर्वजीत सिंह का कहना है कि हमारे डिपार्टमेंट के मैनेजरों ने पहले भी इसके बारे में लिख के दिया हुआ था, कि यह बिल्डिंग 1983 की बनी हुई है, मैं अभी कुछ समय पहले ही यहां पर आया हूं जो हमारे जेई आते हैं वो भी इसकी फोटोग्राफ खींचकर ले गए हैं कि इसमें हम क्या खर्च कर सकते हैं, अगर इसमें हम ज्यादा से ज्यादा पैसा खर्च करते हैं तो इसका तो कोई हल नहीं निकलेगा, इसमें बिल्डिंग भी सुरक्षित नहीं रहेगी, क्योंकि जगह बहुत है, प्रॉपर्टी भी अच्छी है और ऐसी जगह हमें नहीं मिल पाएगी, यहां का व्यू पॉइंट भी बेहद अच्छा है, अगर इसको हम सही ढंग से बना दे तो सरकार को भी बहुत अच्छा फायदा होगा.


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