Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए उत्तराखंड में इस पूरे सप्ताह सात जुलाई तक विशेष प्रचार वाहनों द्वारा सभी जनपदों में प्रचार किया जा रहा है. एक से सात जुलाई तक प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तीसरे सप्ताह को विशेष प्रचार सप्ताह के तौर पर मनाया जा रहा है. देहरादून से कृषि मंत्री ने प्रचार वाहनों को सभी जनपदों के लिए रवाना किया है. आईए आपको बताते हैं कि इस योजना के तहत किन फसलों को बीमा कवर दिया जाता है और किसानों को इससे क्या फायदा हुआ है
इन फसलों को मिलता है बीमा कवर
इस योजना में 17 फसलें शामिल की गई हैं. जिसमें से कृषि विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अंतर्गत चार फसलों धान, मण्डुवा, गेहूं और मसूर को सम्मिलित किया गया है. वहीं पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना उद्यान विभाग द्वारा संचालित की जा रही है. जिसमें खरीफ में आलू, अदरक, टमाटर, मिर्च, फ्रैंचबीन तथा रबी में सेब, आड़ू, माल्टा, संतरा, मौसमी, आम, लीची, आलू, टमाटर एवं मटर को सम्मिलित किया गया है. 2016 से कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार प्रदेश के समस्त जनपदों में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चलाई जा रही है. ये योजना कृषि विभाग द्वारा संचालित की जा रही है और पुनर्गठित मौसम आधारित फसल बीमा योजना उद्यान विभाग द्वारा संचालित की जा रही है.
किसानों को क्या हुआ फायदा
राज्य के किसानों की फसलों को कीट बीमारियों, सूखा, ओलावृष्टि आदि प्राकृतिक आपदाओं से फसल जोखिम को कम करने के लिए उनकी फसलों को बीमा कवर की सुविधा दी जा रही है. सरकार किसानों के उत्पादन तथा उनकी आय को बढ़ाने की दिशा में इस योजना के तहत काम कर रही है. राज्य में दो बीमा एजेंसियां एसबीआई जनरल इंश्योरेंस और एग्रीकल्चर इंश्योरेशन कम्पनी ऑफ इंडिया काम कर रही है. 2016 से अब तक राज्य के 12 लाख 46 हजार किसानों का बीमा किया जा चुका है. जिसमें से 4 लाख 93 हजार किसानों को 410.01 करोड़ की बीमा लाभ दिया जा चुका है.
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