Kedarnath Yatra Massage Facility: माता वैष्णो देवी की तर्ज पर केदारनाथ यात्रा (Kedarnath Yatra) पर आने वाले तीर्थ यात्रियों (Pilgrims) को भी इस बार रिफ्लेक्सोलॉजी (पैरों की थेरेपी) के साथ ही बॉडी मसाज मशीन की सुविधा मिल रही है, जिससे तीर्थ यात्रियों में खुशी देखी जा रही है. श्रद्धालु केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) की पैदल चढ़ाई चढ़ने के बाद थकान से चूर हो रहे हैं, जिसके बाद वो धाम में मसाज (Massage) का आनंद ले रहे हैं. इसके अलावा धाम से नीचे आने वाले तीर्थ यात्रियों को भी सोनप्रयाग (Sonprayag) में मसाज का लाभ दिया जा रहा है.
18 किलोमीटर की है चढ़ाई
बता दें कि, केदारनाथ धाम की पैदल यात्रा मुख्य पड़ाव गौरीकंड से शुरू होती है और 18 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई चढ़ने के बाद श्रद्धालु बाबा के धाम पहुंचते हैं. हालांकि, तीर्थ यात्रियों की सुविधा के लिए घोड़े-खच्चरों के साथ ही डंडी-कंडी की सुविधा भी उपलब्ध है, मगर हजारों की संख्या में ऐसे तीर्थ यात्री भी होते हैं, जो बाबा की यात्रा पैदल ही तय करते हैं. त्रियुगीनारायण से केदारनाथ पैदल ट्रैक के जरिए भी भक्त बाबा के दरबार में पहुंचते हैं. ऐसे में श्रद्धालुओं को राहत देने के लिए पर्यटन विभाग की ओर से इस बार वैष्णो देवी पैदल यात्रा की तर्ज पर रिफ्लेक्सोलॉजी (पैरों की मसाज) के साथ ही बॉडी मसाज मशीन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है.
मिल रहा है रोजगार
इससे पहले धाम में मसाज की कोई सुविधा नहीं थी और ना ही धाम से नीचे आने वाले तीर्थ यात्रियों को मसाज की सुविधा मिल पाती थी. ऐसे में श्रद्धालु थककर चूर हो जाते थे और मसाज के लिए परेशान होते थे. श्रद्धालुओं की परेशानियों को समझते हुए पर्यटन विभाग की ओर से माता वैष्णो देवी की तर्ज पर केदारनाथ यात्रा में श्रद्धालुओं को मसाज की सुविधा देने के लिए केदारघाटी के युवाओं को फुट थेरेपी का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया था, जिसमें वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड जम्मू के 4 विशेषज्ञों ने 15 दिनों तक स्थानीय युवाओं को पैरों की थेरेपी का निशुल्क प्रशिक्षण दिया. इस विधा में पारंगत हुए युवा इन दिनों केदार यात्रा में सेवाएं दे रहे हैं, जिससे उन्हें रोजगार भी मिल रहा है और श्रद्धालुओं की परेशानियों का समाधान भी हो गया है.
मददगार साबित हो रही है सुविधा
पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल ने बताया कि केदारनाथ यात्रा मार्ग और ट्रैकिंग रूट पर यात्रियों के लिए ये सुविधा मददगार साबित हो रही है. साथ ही स्थानीय व्यक्तियों के लिए इससे रोजगार के द्वार भी खुल गए हैं. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में जल्द ही पर्यटन विभाग योग प्रशिक्षण साधना केंद्र भी स्थापित करेगा, जिससे केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों को धार्मिक स्थलों पर योग की सुविधा भी प्राप्त होगी. बॉडी मसाज मशीन का तीर्थ यात्रियों से 15 मिनट का ढाई सौ रूपए लिया जा रहा है, जबकि फुट थेरेपी के सौ से डेढ़ सौ रूपए चार्ज किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम पहुंच रहे तीर्थ यात्रियों का कहना है कि उन्हें ये सुविधा 5 सितारा होटलों एवं बड़े-बड़े शॉपिंग मॉल में उपलब्ध होती थी. केदारनाथ जैसे विषम परिस्थितियों वाले क्षेत्र में इस सुविधा का मिलना अचंभित करने जैसा है.
लगाई गई हैं मशीनें
पर्यटन अधिकारी ने बताया कि केदारनाथ में 2 बॉडी मसाज मशीन लगाई गई हैं, जबकि सोनप्रयाग में भी 2 मशीनें लगी हैं. इसके अलावा पैरों की थेरेपी के लिए जगह-जगह युवा श्रद्धालुओं को सेवाएं दे रहे हैं. सोनप्रयाग में बॉडी मसाज मशीन बाजार में लगाई गई है, जबकि केदारनाथ में हाट बाजार के पास लगाई गई है. तीर्थ यात्री यहां पहुंचकर थकान को दूर कर सकते हैं.
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