Uttarakhand Tourism: उत्तराखंड में पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा देने के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (UTDB) ने बदरीनाथ, केदारनाथ, कार्तिक स्वामी और योग नगरी ऋषिकेश की यात्रा के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की है. इस पहल के तहत मुंबई से तीन अक्टूबर को 'बदरी-केदार, कार्तिक स्वामी एक्सप्रेस' ट्रेन चलाई जाएगी, जिससे श्रद्धालु और पर्यटक इन प्रमुख धार्मिक स्थलों का दर्शन कर सकेंगे.


परिषद के निदेशक सुमित पंत ने जानकारी दी कि पैकेज में श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुविधाजनक बनाने के लिए विभिन्न सेवाएं शामिल की गई हैं. पैकेज में केदारनाथ के लिए हेली सेवा, ठहरने के लिए उचित व्यवस्था, भोजन और बस की सुविधाएं भी सम्मिलित की गई हैं. इस पहल का उद्देश्य अधिक से अधिक पर्यटकों को उत्तराखंड के पवित्र तीर्थ स्थलों की ओर आकर्षित करना है, जिससे राज्य के पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिल सके.


उत्तराखंड में पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
इसके लिए विशेष ट्रेन मुंबई से ऋषिकेश तक चलाई जाएगी. जहां से पर्यटकों को बस के माध्यम से उक्त स्थलों तक ले जाएगा. केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए पैकेज में केदारनाथ हेली सेवा का किराया शामिल है. स्टैंडर्ड श्रेणी के लिए प्रति यात्री 56,325 रुपये और डीलक्स श्रेणी के लिए 59,730 रुपये लिया जाएगा. 


पर्यटन विभाग की इस पहल को काफी अहम माना जा रहा है. इससे राज्य में पर्यटन और तीर्थाटन को बढ़ावा मिलेगा. बदरीनाथ और केदारनाथ धाम हिंदू धर्म के प्रमुख चार धामों में से हैं. जहां प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु आते हैं. हालांकि, सरकार द्वारा दी गई इस नई यात्रा योजना के तहत श्रद्धालुओं को और भी सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा। साथ ही, राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा.


खास पैकेज की शुरुआत 
इस पैकेज के माध्यम से श्रद्धालु न केवल प्रमुख तीर्थ स्थलों का दौरा कर सकेंगे, बल्कि योग और अध्यात्म की नगरी ऋषिकेश में भी समय बिता सकेंगे. यहां के आश्रमों में योग और ध्यान का अभ्यास कर पर्यटक अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं. इसके अलावा, गंगा नदी के किनारे ध्यान और आरती का अनुभव उनकी यात्रा को और भी यादगार बनाएगा.


उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की यह पहल राज्य के पर्यटन क्षेत्र को और सशक्त बनाएगी और अधिक पर्यटकों को आकर्षित करेगी. यह पैकेज न केवल धार्मिक यात्रियों के लिए बल्कि उन पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जो उत्तराखंड के प्राकृतिक सौंदर्य, योग और आध्यात्मिकता का अनुभव करना चाहते हैं.


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