Uttarkashi News: उत्तराखंड में आप मसूरी, नैनीताल जिम कॉर्बेट, राजाजी नेशनल पार्क तो घूमते ही है लेकिन कई और ऐसे पर्यटन स्थल है. इन पर्यटन स्थलों की खूबसूरती देखते ही बनती है तो ऐसे में आप नए साल पर इन पर्यटन स्थलों पर घूमने का प्लान कर सकते हैं.


आपको उत्तराखंड के एक मशहूर पर्यटन स्थल के बारे में बताने जा रहे हैं. जहां पर पर्यटक काफी कम जाते हैं लेकिन यह अपने आप में बहुत ही खूबसूरत जगह है. इसे केदरकांठा कहा जाता है यह जगह उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में स्थित है. समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 12500 फिट है.


कुछ साल पहले तक केदरकांठा को शीतकालीन पर्यटन स्थल के रूप में भी जाना जाता था लेकिन पर्यटकों की कम आवाजाही के चलते धीरे-धीरे यहां पर पर्यटकों को संख्या कम होने के चलते इसका ठीक से विकास नहीं हो सका लेकिन ये घूमने के हिसाब एस खूबसूरत जगह है. इसके अलावा यहां कुछ और भी पर्यटक स्थल है जहां पर घूम जा सकता है, स्वर्गारोहिणी, बंदरपूंछ, व्हाइट माउंटेन, कालानाग, गरूड़ पर्वत इन जगहों पर भी पर्यटक घूमने जा सकते हैं.


प्रकृति बिखेर सुंदरता की छठा
वहीं उत्तराखंड की खूबसूरत नेलांग घाटी अपने आप में एक अनोखा अहसास पर्यटकों को दिलाता है. यहां पर पर्यटक घूमने तो जाते हैं लेकिन इतनी संख्या में नहीं जाते की इस बारे में सबको मालूम हो. नए साल पर पर्यटक यहां पर जश्न मनाने जा सकते हैं, इसकी खूबसूरती देखते ही बनती है. नेलांग घाटी उत्तरकाशी से 115 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद है. नेलांग घाटी पहुंचने पर आपको लद्दाख जैसी फीलिंग यहां पर आ सकती है, नेलांग घाटी लद्दाख से मिलती-जुलती है.




इसके अलावा क्वारीपास, तपोवन, नीती घाटी जो की चमोली जिले में स्थित है. यहां पर भी हर साल पर्यटक जाते जरूर है लेकिन इतनी संख्या में नहीं पहुंच पाए जितनी इसकी खूबसूरती है. नीती घाटी की टिम्मरसैंण बर्फानी बाबा गुफा, गोरसों बुग्याल जैसे पर्यटन स्थलों में भी पर्यटक सेर कर सकते है. यहां के नजारे बेहद मनमोहक और खूबसूरत है, वहीं नीति घाटी से 40 किलोमीटर दूर टिम्मरसैंण महादेव की गुफा स्थित है. जो बाबा बर्फानी के नाम से जानी जाती है, यहां पर्यटक अपनी मनोकामना भी बाबा से मांग सकते है.


मिनी स्विट्ज़रलैंड नाम से विख्यात
इसके अलावा उत्तराखंड का मिनी स्विट्ज़रलैंड कहां जाने वाला चोपता भी अपने आप में मशहूर है इसे मिनी स्विट्ज़रलैंड के नाम से जान जाता है. दूर-दूर तक पहले घास के मैदान फूलों की घाटी इसकी खूबसूरती को दोगुना कर देती है. चोपता समुद्र तल से 9000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है यहां पर कई प्रकार की वनस्पति और पेड़ों की प्रजातियां पाई जाती हैं खासकर देवदार के पेड़ यहां पर पाए जाते हैं यहां पर पहुंचने के बाद आपको स्विट्जरलैंड पहुंचने जैसा एहसास होगा, यहां से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर तुंगनाथ तृतीय केदार स्थित है.


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