देहरादून एक्सप्रेस के लोको पायलट की सतर्कता से टला बड़ा हादसा, ट्रैक पर पड़ा 15 फीट लंबा सरिया ट्रेन में फंसा
Train Accident in Uttarakhand: काठगोदाम से देहरादून जा रही देहरादून एक्सप्रेस के साथ बड़ा हादसा टल गया. घटना के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया. इसकी सूचना मिलते ही GRP और पुलिस मौके पर पहुंच गई.
Uttarakhand News Today: काठगोदाम से देहरादून आ रही 14119 देहरादून एक्सप्रेस में गुरुवार (17 अक्टूबर) सुबह को एक बड़ी दुर्घटना टल गई, जब ट्रेन ट्रैक पर रखे 15 फीट लंबे सरिया पर चढ़ गई. इंजन के नीचे तेज आवाज आने और चिंगारी उठने के बाद लोको पायलट अनुज गर्ग ने तुरंत सतर्कता दिखाई और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया, जिससे संभावित हादसा टल गया.
देहरादून एक्सप्रेस सुबह 4:30 बजे अपने गंतव्य की ओर बढ़ रही थी. जैसे ही ट्रेन डोईवाला और हर्रावाला के बीच पहुंची, लोको पायलट अनुज गर्ग को इंजन के नीचे से एक तेज आवाज सुनाई दी. चिंगारी उठते देखकर पायलट को किसी खतरे का अंदेशा हुआ, जिसके चलते उन्होंने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल करते हुए ट्रेन रोक दी.
लोको पायलट और उनके असिस्टेंट ने नीचे उतरकर स्थिति का जायजा लिया तो पाया कि इंजन के नीचे रेलवे ट्रैक पर एक 15 फीट लंबा और तीन सूत मोटा सरिया फंसा हुआ था. घटना के बाद पायलट ने तत्परता से सरिया को ट्रैक से हटाया और ट्रेन को आगे बढ़ने के लिए सुरक्षित मार्ग पर लाया गया. ट्रेन को सुरक्षित देहरादून रेलवे स्टेशन तक पहुंचा दिया गया, जिससे यात्रियों ने राहत की सांस ली.
पुलिस ने दर्ज किया FIR
घटना के तुरंत बाद लोको पायलट ने रेलवे अधिकारियों और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को इसकी सूचना दी. रेलवे की ओर से इस घटना को गंभीरता से लेते हुए डोईवाला कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है. पुलिस और जीआरपी ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
घटना साजिश या संयोग?
हाल के दिनों में देशभर में कई स्थानों पर कथित तौर पर ट्रेन पलटाने की साजिशें सामने आई हैं, जिसमें रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर, ड्रम आदि रखकर वारदात को अंजाम देने की कोशिशें की गई. इसे ध्यान में रखते हुए देहरादून एक्सप्रेस की घटना पर भी पुलिस और जीआरपी ने अलर्ट हो गई और अलग-अलग ऐंगल से जांच शुरू कर दिया.
अधिकारियों का कहना है कि यह मामला केवल एक संयोग हो सकता है या फिर इसके पीछे कोई साजिश भी हो सकती है. घटना स्थल के पास निर्माण कार्य चल रहा है, जिससे एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि निर्माण कार्य में लगे लोग सरिया लेकर जा रहे हों और गलती से एक सरिया ट्रैक पर गिर गया हो. दूसरी ओर यह आशंका भी व्यक्त की जा रही है कि किसी ने जानबूझकर इस सरिये को रेलवे ट्रैक पर रखा हो, जिससे दुर्घटना हो सके.
यात्रियों में हड़कंप
हालांकि इस घटना के बाद ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों में हड़कंप मच गया, लेकिन ट्रेन को सुरक्षित रूप से गंतव्य तक पहुंचाने पर सभी ने राहत की सांस ली। यात्रियों ने लोको पायलट और रेलवे अधिकारियों की त्वरित कार्रवाई की प्रशंसा की.
पुलिस और GRP ने शुरू की गहन जांच
इस घटना के बाद पुलिस और जीआरपी ने सभी संभावित बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। घटना स्थल का निरीक्षण किया जा रहा है, और आसपास के क्षेत्र में हो रहे निर्माण कार्य से जुड़े लोगों से भी पूछताछ की जा रही है.
रेलवे और सुरक्षा बलों ने यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सतर्कता बढ़ा दी है. इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए रेलवे सुरक्षा बल और पुलिस अलर्ट हो गई है. जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि सरिया ट्रैक पर कैसे पहुंचा, या ये एक संयोग था या फिर किसी साजिश का हिस्सा.
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