Uttarakhand Tunnel Accident: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में टनल हादसे के बाद धामी सरकार एक्शन में नजर आ रही है. खुद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राज्य में चल रही तमाम टनल परियोजनाओं की समीक्षा करेंगे. पुष्कर सिंह धामी ने साथ ही रविवार (19 नवंबर) को टनल पर पहुंचकर वहां अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि जितने भी मजदूर टनल के अंदर फंसे हुए हैं उनके परिजन अगर उत्तरकाशी आना चाहते हैं तो उनके आने-जाने का खर्चा, उनके रहने खाने की व्यवस्था, यहां तक कि उनके मोबाइल का रिचार्ज भी अब उत्तराखंड सरकार कराएगी.


इसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया है. उनका कहना है कि हमारी जिम्मेदारी बनती है कि इन मजदूरों के परिजनों को उनके पास तक लाया जाए और उसकी सारी व्यवस्था सरकार करेगी. वहीं मजदूरों तक पौष्टिक आहार पहुंचने के लिए एक और पाइप टनल के अंदर छत की तरफ से डालने की कोशिश की जा रही है ताकि मजदूरों तक खाना पानी पहुंचाया जा सके. 


"पहली प्राथमिकता मजदूरों को टनल से बाहर निकालना"


इसके लिए रविवार देर रात से ही काम शुरू हो चुका है. आपदा प्रबंधन सचिव रणजीत सिंह ने बताया कि हमारी पहली प्राथमिकता मजदूरों को टनल से बाहर निकालना है और वह भी सुरक्षित. इसके लिए हम हर प्रयास कर रहे हैं. साथ ही केंद्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर राज्य सरकार की तमाम आपदा प्रबंधन की एजेंसी यहां काम कर रही हैं. हमारा पहला उद्देश्य है मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकलना, इसके लिए लगातार प्रयास किया जा रहे हैं. 


सभी टनल योजनाओं की मांगी फाइल 


मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज पूरे मामले के बाद अब फैसला लिया है कि प्रदेश में जितनी भी टनल योजनाएं चल रही हैं उनकी समीक्षा की जाएगी. क्योंकि दोबारा से इस प्रकार के हादसे राज्य सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी. इसको लेकर मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि प्रदेश में जितनी भी टनल योजनाएं चल रही हैं उनकी फाइल तैयार कर उनके सामने पेश की जाए और यह देखा जाए कि किसी भी प्रकार से टनल में इस प्रकार की लापरवाही न बरती जाए. 


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