Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग का एक हिस्सा रविवार को ढह गया था. सुरंग के अदंर अचानक हुए भूस्खलन के कारण 40 मजदूर उसमें फंस गए थे. फिलहाल जिन्हें बाहर निकालने का काम तेजी से किया जा रहा है. अब उनके रेस्क्यू में भारतीय वायुसेना भी शामिल हो गई है. 


दरअसल सुरंग में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए 900 एमएम मोटे स्टील पाइप के जरिए खुदाई की जा रही थी. जिसके बावजूद इसमें सफलता नहीं मिलने पर अब भारतीय एयरफोर्स के तीन विशेष विमान 25 टन भारी मशीन लेकर आए हैं, जो मलबे को भेदकर स्टील पाइप दूसरी तरफ पहुंचने में मददगार साबित होगी.






तेजी से होगा रेस्क्यू का काम


जानकारी के अनुसार इस मशीन के जरिए प्रति घंटे 5 मीटर मलबा निकला जा सकेगा. वहीं आज शाम से इस मशीन के जरिए काम शुरू करने की कोशिश की जाएगी. इसके अलावा अब नॉर्वे और थाईलैंड की विशेष टीमों की भी रेस्क्यू में मदद ली जा रही है. भारतीय रेस्क्यू टीम ने थाईलैंड की उसे रेस्क्यू कंपनी से संपर्क किया है, जिसने थाईलैंड की गुफा में फंसे बच्चों को बाहर निकाला था.


सुरंग ढहने से 40 मजदूर फंसे


बताया जा रहा है कि नॉर्वे की एनजीआई एजेंसी से भी संपर्क किया गया है, जिससे सुरंग के भीतर ऑपरेशन में विशेष सुझाव लिए जा सके. इसके साथ ही भारतीय रेल, आरवीएनएल, राइट्स एवं इरकॉन के विशेषज्ञों से भी सुरंग के भीतर ऑपरेशन से संबंधित सुझाव लिए जा रहे हैं. बता दें कि सिलक्यारा-डंडालगांव सुरंग का एक हिस्सा ढहने से पिछले चार दिनों से उसके अंदर 40 श्रमिक फंसे हुए हैं. जिनके रेस्क्यू में काफी रुकावटें आ रही हैं.


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