Uttarkashi Tunnel Collapse: उत्तरकाशी में टनल हादसे के बाद अंदर फंसे 41 मजदूरों को बचाने के लिए युद्ध स्तर पर बचाव अभियान चल रहा है. मंगलवार को टनल के अंदर से मजदूरों का एक वीडियो भी सामने आया है. जिसमें सभी सुरक्षित नजर आ रहे हैं. इस बीच उत्तराखंड सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए 3 अफसरों को तैनात किया है. 


सरकार की ओर से बताया गया कि जनपद उत्तरकाशी के सिलक्यारा टनल में फंसे व्यक्तियों के राहत बचाव कार्यों एवं कानून व्यवस्था आदि विभिन्न कार्या के लिए तीन अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से जनपद उत्तरकाशी में तैनात किया जाता है. इन अधिकारियों में हरिद्वार के डिप्टी कलेक्टर मनीष कुमार सिंह, हरिद्वार के जिला अधिकारी पूर्ति तेजबल सिंह और रुद्रप्रयाग के जिला कार्यकम अधिकारी अखिलेश मिश्र शामिल हैं. 


पीएम मोदी ने सीएम से ली जानकारी


रेस्क्यू ऑपरेशन को लेकर मंगलवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतर्गत 6 इंच व्यास की पाइप मलबे के आर-पार किए जाने से श्रमिकों तक भोजन के साथ ही अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा रही है. इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी का मार्गदर्शन एवं सहयोग भी हमें निरंतर प्राप्त हो रहा है. हमारी सरकार सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. 


मजदूरों का पहला वीडियो किया जारी


सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों तक छह इंच की पाइपलाइन के जरिए खिचड़ी भेजने के कुछ घंटों बाद बचावकर्मियों ने मंगलवार को सुबह उन तक एक कैमरा भेजा और उनके सकुशल होने का पहला वीडियो जारी किया. इस बीच, अमेरिकी ऑगर मशीन के जरिए बड़े व्यास के माइल्ड स्टील पाइप डालकर 'एस्केप पैसेज' बनाने का काम तीन दिन बाद फिर शुरू हो गया.


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