Uttarakhand Tunnel Accident: उत्तरकाशी में टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है. रविवार (19 नवंबर) को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी राहत और बचाव कार्यों का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उनके साथ उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे. नितिन गडकरी ने कहा कि अभी मजदूरों तक पहुंचने में दो से ढाई दिन लगेंगे.


केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, "पिछले 7-8 दिनों से हम पीड़ितों को बचाने की हरसंभव कोशिश कर रहे हैं. उन्हें बाहर निकालना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. हमने यहां काम करने वाले संबंधित अधिकारियों के साथ 2 घंटे लंबी बैठक की है. हम 6 वैकल्पिक विकल्पों पर काम कर रहे हैं और भारत सरकार की विभिन्न एजेंसियां यहां काम कर रही हैं." 


नितिन गडकरी ने क्या कहा?


उन्होंने कहा, "पीएमओ की ओर से भी इस पर खास नजर रखी जा रही है. सुरंग विशेषज्ञों और बीआरओ अधिकारियों को भी बुलाया गया है. हमारी प्राथमिकता फंसे हुए पीड़ितों को भोजन, दवा और ऑक्सीजन उपलब्ध कराना है. अगर ऑगर मशीन ठीक से काम करती है, तो हम अगले 2-2.5 दिनों में उन (पीड़ितों) तक पहुंच पाएंगे." 






"पहली प्राथमिकता पीड़ितों को जिंदा रखना"


केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''इस ऑपरेशन की पहली प्राथमिकता पीड़ितों को जिंदा रखना है. बीआरओ द्वारा विशेष मशीनें लाने के लिए सड़कें बनाई जा रही हैं. कई मशीनें यहां आ चुकी हैं. दो ऑगर मशीनें फिलहाल बचाव अभियान चलाने के लिए काम कर रही हैं. इस हिमालयी भूभाग की जटिलताएं हैं." 


"हर गुजरते दिन के साथ परेशानी बढ़ती जा रही"


वही, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम उपलब्ध सभी संभावनाओं पर काम कर रहे हैं. सभी प्रकार की विशेषज्ञ टीमें यहां काम कर रही हैं. पीएम मोदी की निगरानी में हम लगातार काम कर रहे हैं. मैं भगवान से प्रार्थना करूंगा कि उन्हें जल्द से जल्द बचाया जाए, क्योंकि हर गुजरते दिन के साथ उनकी परेशानी बढ़ती जा रही है.


ये भी पढ़ें- 


Uttarakhand Tunnel Accident: 8 दिन के बाद भी टनल से नहीं निकले मजदूर, अब इस प्लान से करेंगे रेस्क्यू, जानें- अब तक क्या-क्या हुआ