Uttarakhand News: पेपर लीक (Paper Leak) मामले में एसटीएफ (STF) की कार्रवाई लगातार जारी है. इस मामले में अभी तक कुल 30 गिरफ्तारियों हो चुकी हैं जिनमें 29 स्नातक स्तरीय परीक्षा जबकि एक गिरफ्तारी सचिवालय रक्षक भर्ती परीक्षा में एसटीएफ कर चुकी है. इन तीस गिरफ्तारियों ने ये तो बता दिया कि इस पूरे प्रकरण में कोई बचने वाला नहीं है. यही नहीं अब बेरोजगारों के इन गुनहगारों को ऐसे सजा देने की तैयारी की जा रही है जो हमेशा याद रहेगी. सरकार इन नकल माफियाओं द्वारा अर्जित की गई अवैध संपत्ति को कुर्क कर सकती है. इन संपत्तियों की एक रिपोर्ट एसटीएफ ने ईडी को सौंप दी है जिस पर बड़ी कार्रवाई होने जा रही है.
नकल माफियाओं की अवैध संपत्ति होगी जब्त
इन नकल माफियाओं द्वारा अवैध तरीके से कमाई गई संपत्ति को जब्त करने के लिए एसटीएफ ने बड़ी तैयारी करते हुए ईडी को इसकी पूरी जानकारी का पत्र लिख दिया है. नकल माफियाओं ने परीक्षा प्रश्न पत्रों को बेचकर एक बड़ी बेनामी संपत्ति अर्जित की है. एसटीएफ की टीमें उत्तरकाशी, रामनगर, धामपुर और लखनऊ भेजा गया है। एसटीएफ की टीमें गिरोह के लोगों के उन सभी दस्तावेजों को खंगाल रही है, जहां-जहां उन्होंने अवैध तरीके से पैसे कमाकर इस पैसे को लगाया है। एसटीएफ और ईडी की दो तरफा कार्रवाई से नकल माफियाओं पर बड़ा शिकंजा कसने की पूरी तैयारी हो गई है.
नकलची छात्र भी एसटीएफ की रडार पर
एसटीएफ की कार्रवाई परीक्षा धांधली की मेन कड़ी के बहुत नजदीक पहुंच चुकी है. अब उन लोगों तक पहुंचना है जो नकल माफियाओं तक छात्रों को लाए और उनको भरोसे में लेकर पैसे दिलवाए गये. एसटीएफ की रडार पर सेकेंड स्टेज के वो आरोपी हैं जिन्होंने छात्रों को भरोसे में लेकर नकल माफियाओं तक पहुंचाया और अपना कमीशन लिया.
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नकलची छात्रों पर भी विधिक कार्रवाई
एसटीएफ के सामने सबसे बड़ा सवाल उन छात्रों का भी है जिन्होंने अनुचित साधनों से परीक्षा पास की है. क्योंकि ये सभी नकलची छात्र भी अपराध की श्रेणी में हैं. इसको लेकर एसटीएफ अभी तक करीब 100 छात्रों को चिन्हित कर चुकी है वहीं माना जा रहा है कि ये संख्या 200 से भी अधिक है. एसटीएफ एसएसपी ने कहा कि ऐसे सभी छात्रों के खिलाफ भी विधिक कार्रवाई की जाएगी.
उत्तराखंड में परीक्षा धांधली सामने आने के बाद युवाओं के सपनों पर बड़ा आघात पहुंचा है. बड़ा सवाल ये भी है कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे युवाओं को सिस्टम पर कैसे विश्वास हो पायेगा. हालांकि एसटीएफ की कार्रवाई लगातार जारी है और कोशिश है कि बेरोजगारों के गुनहगारों को अधिक से अधिक सज़ा मिल सके ताकि भविष्य में कोई उत्तराखंड के युवाओं का हक़ छीनने की कोशिश न करे.
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