Uttarakhand Election Boycott: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में हिमाचल प्रदेश की सीमा से लगे लिवाडी ग्राम के लोगों ने सड़क बनने तक सभी चुनावों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. उत्तरकाशी के जिलाधिकारी को सौंपे एक ज्ञापन में ग्रामीणों ने कहा है कि जब तक गांव में सड़क नहीं पहुंचेगी, तब तक किसी चुनाव में हिस्सा नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा, ‘‘रोड नहीं तो वोट नहीं.’’
उत्तरकाशी जिले की मोरी तहसील में गोविंद वन्य जीव विहार राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के अंतिम गांव लिवाडी सहित छह गांवों को जोड़ने के लिए मार्च 2013 में जखोल-लिवाडी मोटर मार्ग का निर्माण कार्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सिंचाई खण्ड पुरोला को दिया गया था जिसने स्वीकृत 20 किलोमीटर सड़क के 15 किलोमीटर हिस्से की ‘कटिंग’ कर दी थी. उसके बाद, इस सड़क का काम वाप्कोस लिमिटेड को हस्तांतरित कर दिया गया और तब से निर्माण कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है जिससे ग्रामीणों में आक्रोश पनपने लगा है.
सभी चुनावों का करेंगे बहिष्कार
इस संबंध में लिवाडी गांव के ग्रामीणों ने मंगलवार को गांव में एक बैठक बुलाई जिसमें सभी ने एक स्वर में प्रस्ताव पारित किया और जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया कि जब तक गांव सड़क से नहीं जुड़ता, तब तक सभी चुनावों का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा. लिवाडी गांव में 285 परिवार निवास करते हैं. ज्ञापन में ग्राम प्रधान प्रेम लाल, क्षेत्र पंचायत सदस्य रमेश लाल, जयचंद्र सिंह, गंगा सिंह के अलावा सैकड़ों ग्रामीणों के हस्ताक्षर हैं.
स्थानीय विधायक ने क्या कहा?
जखोल-लिवाडी मोटर मार्ग से जुड़ने वाले पांच अन्य गांवों में राला, हरिपुर, कासला, रेकचा व फिताडी शामिल हैं. इस संबंध में स्थानीय विधायक दुर्गेश्वर लाल ने कहा कि बरसात के कारण निर्माण कार्य संभव नहीं था लेकिन अब जखोल-लिवाडी मोटर मार्ग पर कार्य प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि जल्द ही मोटर मार्ग को आवाजाही के लिए खोल दिया जायेगा.
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