Uttarakhand News: उत्तरकाशी जिले के सांप्रदायिक तनाव से ग्रस्त पुरोला कस्बे में मुसलमानों द्वारा चलाई जा रही दुकानों पर कथित रूप से धमकी भरे पोस्टर का मामला तूल पकड़ते जा रहा है. अब पोस्टर चिपकाने वाली संस्था 'देवभूमि रक्षा अभियान' के संस्थापक स्वामी दर्शन भारती ने शुक्रवार को दावा किया है कि उन्हें जान से मारने की धमकी मिली है.
भारती ने दावा किया है कि उन्हें 14 जून को एक पत्र मिला जिसमें उनका सिर धड़ से अलग करने की धमकी देते हुए ऐसा करने वाले व्यक्ति को पांच करोड़ रुपये इनाम देने की बात कही गयी है. उन्होंने कहा कि यह पत्र एक कागज के थैले में था जिसमें पत्थर भरे हुए थे और उसे उनके आवास परिसर में फेंका गया था. उन्होंने बताया कि उन्होंने यह पत्र पुलिस को सौंप दिया है.
एफआईआर दर्ज
इस बीच, पुरोला बाजार में पोस्टर चिपकाने के संबंध में बड़कोट पुलिस थाने में भारती के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं में नामजद मामला दर्ज किया गया है. प्रभारी पुलिस निरीक्षक गजेंद्र बहुगुणा ने बताया कि भारती से इस संबंध में 25 जून को पुलिस थाने में अपने बयान दर्ज कराने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि उनसे जांच में सहयोग करने और कोई साक्ष्य नष्ट नहीं करने को भी कहा गया है.
'लव जिहाद' की कथित घटनाओं को लेकर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के पुरोला में प्रस्तावित 'महापंचायत' का आयोजन रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा निषेधाज्ञा लागू किए जाने के विरोध में पुरोला तथा अन्य समीपवर्ती कस्बों में गुरुवार को बाजार बंद रहे थे. पुरोला में तनाव के चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था. गौरतलब है कि करीब एक पखवाड़े पहले 26 मई को एक हिन्दू नाबालिग लड़की को दूसरे समुदाय के युवक द्वारा कथित रूप से भगाने के प्रयास के बाद से उत्तरकाशी जिले की यमुना घाटी में हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.
क्या था मामला?
हालांकि, स्थानीय लोगों ने लड़की के अपहरण के इस प्रयास को विफल कर दिया था. घटना के बाद अल्पसंख्यक समुदायों के व्यक्तियों की दुकानों के शटर पर धमकी भरे पोस्टर चिपका दिए गए थे जिनमें पर उनसे तत्काल कस्बा छोड़ने को कहा गया था. कथित रूप से 'देवभूमि रक्षा अभियान' द्वारा चिपकाए गए इन पोस्टरों में 'लव जिहादियों' को 15 जून को होने वाली महापंचायत से पहले पुरोला छोड़ देने या गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी गयी थी. लेकिन, बाद में स्थानीय प्रशासन के दवाब के मद्देनजर महापंचायत को स्थगित कर दिया गया.
भारती ने जोर देकर कहा कि महापंचायत रद्द नहीं की गयी है, उसे केवल आगे टाला गया है. उन्होंने दावा किया, ‘‘महापंचायत आयोजित होगी. लव-जिहादियों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा.’’ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने भारती का सिर कलम करने की धमकी देने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग करते हुए कहा कि साधु—संत भारती के साथ हैं.
महंत रविंद्र पुरी ने कहा, ‘‘हम भारती के साथ हैं. भारती ने ना केवल लव-जिहाद के खिलाफ संघर्ष किया है बल्कि उन्होंने उत्तराखंड के हित में कई लड़ाइयां लड़ी हैं. उन्हें धमकी देने वालों की पहचान की जानी चाहिए और उन्हें दंड दिया जाना चाहिए.’’