Vegetable Prices in Uttarakhand: उत्तराखंड में 12 और 13 सितंबर को हुई मूसलाधार बरसात के कारण सब्जियों के दामों में भारी इजाफा हुआ है. बरसात के बाद से प्याज, टमाटर, करेला, तोरई, कद्दू, लौकी, भिंडी सहित तमाम सब्जियों के लगभग दोगुने हो चुके हैं. जिसके कारण आम आदमी को सब्जी के लिए ज्यादा खर्च करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
12 और 13 सितंबर को कुमाऊं मंडल आई मूसलाधार बारिश के कारण सब्जी की फसलों को नुकसान हुआ है. बरसात कारण सब्जी के रेटों में 40 प्रतिशत से 100 प्रतिशत तक की वृद्धि हो गई. सब्जी के रेटों में हुई वृद्धि के कारण अब सब्जी खरीदने के लिए अधिक रुपए खर्च करने पड़ रहे है. व्यापारियों का कहना है आने वाले एक दो महीने में रेट घटने की उम्मीद है.
सब्जी | पुराने रेट | नए रेट |
प्याज | 40 रुपये | 60 रुपये |
टमाटर | 20 रुपये | 50 रुपये |
करेला | 20 रुपये | 40 रुपये |
तोरई | 20 रुपये | 50 रुपये |
कद्दू | 25 रुपये | 40 रुपये |
लौकी | 20 रुपये | 40 रुपये |
भिंडी | 20 रुपये | 40 रुपये |
रसोई पर पड़ रहा महंगाई का असर
सब्जी खरीदने वाले ग्राहक दिनेश यादव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों में सब्जी के रेटों में अचानक ही भारी इजाफा हुआ है. जिसका असर आम आदमी की रसोई पर पड़ने लगा है. उन्होंने कहा कि जो सब्जी 20 रुपये की थी अब वो 40 रुपये की हो गई है. आलू को छोड़कर सभी सब्जियों पर महंगाई का असर दिख रहा है.
व्यापारी इरशाद अहमद ने कहा कि दो दिनों की मूसलाधार बारिश के कारण सब्जी की खेती को भारी नुकसान हुआ है. जिसके कारण सब्जी के रेटों में इजाफा देखने को मिला है. उन्होंने कहा कि सब्जी के रेट को कम होने में अभी एक से डेढ़ महीने का समय लग सकता है.
(वेद प्रकाश यादव की रिपोर्ट)
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