Uttarakhand Weather: चमोली के नीति घाटी में बर्फबारी से लुढका पारा, सफेद बर्फ की चादर में ढंके दर्जनों गांव
Weather Update: हर साल बर्फबारी होने पर ग्रामीण पलायन कर नीचे की तरफ आ जाते हैं. इस साल देर से बर्फबारी हुई है. मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की चेतावनी जारी की थी.
Uttarakhand Weather Update: भारत- तिब्बत की सीमा से लगी हुई चमोली जिले के नीति घाटी में बर्फबारी से तापमान लुढ़क गया है. दर्जनों गांव सफेद बर्फ की चादर से ढंक गए हैं. बता दें कि कल रात से शुरू हुई बर्फबारी आज सुबह 8:30 बजे तक जारी रही. उत्तराखंड में बर्फबारी पिछले साल के मुकाबले इस बार थोड़ी देर से शुरू हुई है. केदारनाथ-बद्रीनाथ के इलाकों को बर्फ की सफेद चादरों ने खुशनुमा बना दिया. मलारी गांव में पर्यटकों ने बर्फबारी का जमकर आनंद उठाया.
नीति घाटी में बर्फबारी से लुढ़का तापमान
नीति घाटी में फिलहाल सेना के जवान, आईटीबीपी के सैनिक, बीआरओ के कर्मचारी और मजदूर रह गए हैं. मलारी गांव में लगभग 40 मजदूर अभी भी निवास कर रहे हैं. ठेकेदारों की देखरेख में मजदूर सड़क निर्माण का काम कर रहे हैं. हर साल बर्फबारी होने पर ग्रामीण पलायन कर नीचे की तरफ आ जाते हैं. मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की चेतावनी जारी की थी. हर साल हजारों पर्यटक पहाड़ी इलाकों में भ्रमण करने पहुंचते हैं. बर्फबारी से मौसम का मिजाज बदल गया है. लोगों को सर्दी का एहसास होने लगा है.
सफेद बर्फ की चादर में लिपटे दर्जनों गांव
ठंडी हवा ठिठुरन पैदा कर रही है. ऐसे में प्रशासन ने भी लोगों को सर्दी से बचाव की तैयारी शुरू कर दी है. नगर निकायों को अलाव की व्यवस्था करने के आदेश जारी हुए हैं. साथ ही रैन बसेरों में भी संचालकों से व्यवस्था ठीक करने को कहा गया है. उत्तराखंड के कई इलाकों में हर साल भारी बर्फबारी होती है. कई टूरिस्ट डेस्टिनेशन बर्फ की चादर को आगोश में ले लेते हैं. औली हिल स्टेशन, बद्रीनाथ- केदारनाथ, नैनीताल, मसूरी, मौलेखाल और अल्मोड़ा के कई इलाकों में बर्फबारी होती है. पिथौरागढ़ के मुनस्यारी क्षेत्र में भी अच्छी खासी बर्फबारी हर साल देखने को मिलती है.