उत्तराखंड में बर्फीले इलाकों में बरस रही आग, भीषण गर्मी के पीछे की क्या है वजह?
Uttarakhand Weather Updates: उत्तराखंड में गर्मी का सितम जारी है. इस गर्मी के प्रकोप से उत्तराखंड के वो पहाड़ भी गर्मी से झुलस रहे हैं, जहां भीषण गर्मी में भी ठंडक के एहसास होता था
Uttarakhand Weather News: ग्लोबल वार्मिंग किसी एक शहर या देश की समस्या नहीं बल्कि ग्लोबल वार्मिंग से पूरी दुनिया जूझ रही है, जिसके चलते मौसम में होने वाले परिवर्तन और होने वाली भीषण गर्मी, पिघलते ग्लेशियर, आने वाले जल संकट और तमाम परेशानी खड़ी करने वाली है. वहीं पहाड़ी इलाके भी ग्लोबल वार्मिंग के प्रकोप से अछूते नहीं है, जहां कभी पहाड़ बर्फ की चादर ओढ़े रहते थे वो पहाड़ आज गर्मी से झुलस रहे हैं. नैनीताल,मसूरी के साथ ही देहरादून के कुछ इलाके ऐसे थे, जहां कुछ सालों पहले मई जून तक में भी पंखे कूलर चलाने के जरूरत नहीं थी, लेकिन वहीं आज AC लगाने पड़ रहे हैं.
इसको लेकर पर्यावरण विद अनिल जोशी का कहना है कि ग्लोबल वार्मिंग के पीछे तेजी से हो रहा पेड़ो का कटान असीमित पर्यटकों की संख्या गाड़ियों की बढ़ती तादाद इसके साथ ही हरियाली की जगह कंक्रीट के बढ़ते जंगल ये तमाम कारण हैं. जिसके चलते मौसम परिवर्तन और साल दर साल गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और इस गर्मी के प्रकोप से उत्तराखंड के वो पहाड़ भी गर्मी से झुलस रहे हैं, जहां भीषण गर्मी में भी ठंडक के एहसास होता था फिर चाहे वो नैनीताल हो या मसूरी यहां के लोगों को कभी पंखे कूलर की जरूरत महसूस नहीं हुई, वहां आज (एयर कंडीशनर)AC लगाने पड़ रहे हैं.
मैदानी इलाकों में हो सकती है बारिश
वहीं मौसम विभाग भी ग्लोबल वार्मिंग से इत्तिफाक रखता है. उत्तराखंड मौसम निदेशक बिक्रम सिंह बताते हैं कि सामान्य तौर पर इस समय तापमान 24-25 डिग्री पहुंचता था. इसलिए घरों में पंखों की भी जरूरत नहीं महसूस होती थी, लेकिन आज पारा 40 से पार कर 44-45 को छू रहा है. हालांकि मौसम निदेशक ने पूर्वानुमान बताते हुए जल्द उत्तराखंड में गर्मी से राहत मिलने की बात भी कही है. पहाड़ी इलाकों के साथ ही मैदानी जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बौछार देखने को मिल सकती है.
ग्लोबल वार्मिंग का इशारा
उत्तराखंड में गर्मी पिछले कई रिकॉर्ड तोड़ चुकी है, जिसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता था. गर्मी का हाल ये है कि खुद प्रदेश की राजधानी में तापमान 43 डिग्री के पार जा चुका है. वहीं पहाड़ों की बात करें तो मसूरी नैनीताल जैसे ठंडी जगहों पर भी तापमान 30 डिग्री तक पहुंचा है. ये ग्लोबल वार्मिंग का ही इशारा है कि उत्तराखंड जैसे हिल स्टेशन में गर्मी अपना प्रकोप दिखा रही है.
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