उत्तराखंड में ठंड के प्रकोप ने बदला मौसम का मिजाज, बच्चों और बुजुर्गों का रखें खास ध्यान
Uttarakhand News: ठंड का असर न केवल दैनिक जीवन पर पड़ा है, बल्कि व्यवसाय, शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है. बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है.
Uttarakhand Weather News: उत्तराखंड में मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है. पहाड़ों में जहां शानदार धूप खिल रही है, वहीं तराई और भाबर क्षेत्र में कोहरा और बादलों के कारण सूरज के दर्शन दुर्लभ हो गए हैं. ठंड का असर इतना अधिक है कि लोग अलाव और हीटर का सहारा लेने को मजबूर हैं. हल्द्वानी, पिथौरागढ़, नैनीताल, अल्मोड़ा, थल, और बागेश्वर जैसे इलाकों में ठंड का प्रकोप चरम पर है.
गुरुवार की सुबह हल्द्वानी, रुद्रपुर और बाजपुर में कोहरे की चादर बिछी रही. रुद्रपुर में आसमान में बादल छाए रहे, जिससे ठंड और बढ़ गई. हल्द्वानी का अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम 11.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिन में तेज हवाओं के कारण ठंडक और अधिक महसूस हुई. तराई क्षेत्र के बाजारों में सन्नाटा देखा गया. ठंड के चलते लोग जल्द ही घरों में लौटने लगे. सड़कों किनारे दुकानदार अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश करते नजर आए. ठंड का असर कारोबार पर भी पड़ा, और व्यापारियों ने जल्दी दुकानें बंद कर दीं.
उत्तराखंड में ठंड का प्रभाव बने रहने के साथ मौसम शुष्क रहेगा- मौसम विज्ञान केंद्र
हालांकि पहाड़ों में दिन के समय धूप खिली रही, लेकिन सर्द हवाओं के कारण ठंड का असर कम नहीं हुआ. मुक्तेश्वर का अधिकतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. नैनीताल, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और बागेश्वर जैसे इलाकों में रात के समय पारा काफी नीचे गिर गया. पहाड़ों में धूप के बावजूद सुबह और शाम की ठंड लोगों को परेशान कर रही है. देहरादून स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, फिलहाल उत्तराखंड में मौसम शुष्क रहेगा. पहाड़ी इलाकों में दिन में धूप खिली रहेगी, जबकि तराई और भाबर क्षेत्र में कोहरा छाया रह सकता है. इससे ठंड का प्रभाव बना रहेगा.
ठंड का असर न केवल दैनिक जीवन पर पड़ा है, बल्कि व्यवसाय, शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है. बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने ठंड के कारण बढ़ने वाली बीमारियों से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी है.
ठंड से बचने के लिए सतर्कता बरतने के निर्देश
ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का असर और भी गंभीर है. यहां के लोग हीटर और ब्लोअर जैसी सुविधाओं से वंचित हैं और अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं. ठंड के कारण फसलें भी प्रभावित हो रही हैं, जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है. ठंड से निपटने के लिए राज्य सरकार ने राहत कार्य तेज कर दिए हैं. जरूरतमंदों को कंबल और गर्म कपड़े बांटे जा रहे हैं. साथ ही, सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था की जा रही है. अधिकारियों को ठंड से प्रभावित इलाकों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
ठंड से बचने के लिए लोगों को पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने, संतुलित आहार लेने और ठंडे पानी से बचने की सलाह दी जा रही है. बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. इसके अलावा, ठंड में बाहर जाने से बचना और जरूरत पड़ने पर ही घर से निकलना बेहतर होगा. उत्तराखंड में बदलते मौसम ने लोगों के जीवन को प्रभावित किया है. जहां पहाड़ों में धूप ने कुछ राहत दी है, वहीं तराई और भाबर क्षेत्र में ठंड और कोहरे ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं. राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन को ठंड से निपटने के लिए और ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
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