Uttarakhand Weather News: उत्तराखंड में इस समय मौसम शुष्क बना हुआ है और ज्यादातर क्षेत्रों में धूप खिली हुई है. इससे तापमान में वृद्धि हुई है और कड़ाके की ठंड से राहत मिली है. हालांकि, सुबह के समय मैदानी इलाकों में हल्की धुंध और कोहरे ने परेशानी बढ़ाई है. वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में पाला गिरने का सिलसिला जारी है. देहरादून और आसपास के क्षेत्रों में दिनभर धूप खिलने से ठंड में कमी आई है. अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री अधिक दर्ज किया गया है, जबकि न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास बना हुआ है. दून में बुधवार को सुबह हल्की धुंध देखने को मिली, लेकिन दिन में खिली धूप ने हल्की गर्माहट का एहसास कराया.


मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिन राज्यभर में मौसम शुष्क रहेगा. पहाड़ी इलाकों में पाला पड़ने की संभावना है, जबकि मैदानी इलाकों में हल्का कोहरा और धुंध छा सकता है. पारे में मामूली गिरावट की संभावना भी जताई गई है. तराई के रुद्रपुर और आसपास के इलाकों में ठंड बढ़ने लगी है. पंतनगर विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. आरके सिंह ने बताया कि गुरुवार को मैदानी इलाकों में घना कोहरा छा सकता है. शाम होते ही शीतलहर का असर महसूस होगा, जिससे ठंड और बढ़ेगी. बुधवार को यहां सुबह की आर्द्रता 97 प्रतिशत और दोपहर के समय 42 प्रतिशत दर्ज की गई.


कैसा रहा नैनीताल का मौसम
नैनीताल में बुधवार को पूरे दिन धूप खिली रही, जिससे तापमान में वृद्धि हुई और दिन में ठंड का एहसास नहीं हुआ. हालांकि, शाम होते ही ठंड ने दोबारा दस्तक दी, जिससे स्थानीय लोगों को हीटर और गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ा. नैनीताल का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान आठ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आद्रता अधिकतम 80 और न्यूनतम 55 प्रतिशत रही. पर्वतीय क्षेत्रों में तापमान सामान्य से अधिक बना हुआ है. हालांकि, सुबह और शाम के समय ठिठुरन महसूस की जा रही है. बीते मंगलवार को चोटियों पर हुई बर्फबारी के बाद आसपास के क्षेत्रों में ठंड बढ़ गई है.


मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिनों में राज्यभर में मौसम शुष्क रहेगा. पहाड़ी इलाकों में सुबह और रात के समय पाला गिरने की संभावना है, जबकि मैदानी क्षेत्रों में हल्का कोहरा और धुंध परेशानी का सबब बन सकते हैं. उत्तराखंड में शुष्क मौसम और खिली धूप ने लोगों को राहत दी है, लेकिन सुबह और शाम की ठिठुरन बरकरार है. तराई और मैदानी इलाकों में कोहरे के चलते वाहन चालकों को सतर्कता बरतने की जरूरत है. पर्वतीय क्षेत्रों में ठंड बढ़ने के साथ मौसम का आनंद लेने वाले पर्यटक गर्म कपड़ों के साथ ही यात्रा करें.


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