Rudraprayag Snowfall: पहाड़ों में एक बार फिर से मौसम (Weather) खराब हो गया है. हिमालयी क्षेत्रों में देर रात से जहां बर्फबारी हो रही है, वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश (Rain) जारी है. बारिश और बर्फबारी के कारण आम जन जीवन प्रभावित हो गया है. लगातार हो रही बारिश के कारण ठंड भी अत्यधिक बढ़ गई है. वहीं निचले क्षेत्रों में इस सीजन की पहली बारिश हो रही है. इस बारिश को खेती के लिये शुभ माना जा रहा है.


केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) से लेकर अन्य हिमालयी क्षेत्रों में देर रात से बर्फबारी जारी है तो वहीं निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है. बारिश और बर्फबारी के चलते मौसम बेहद ठंडा हो गया है. केदारनाथ धाम में छह फीट तक बर्फ जम चुकी है. धाम में पहले से ही पांच फीट तक बर्फ जमी हुई थी. धाम में बर्फबारी के चलते पहले ही पुनर्निर्माण कार्य बंद हो चुके थे. 


केदारनाथ धाम में चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ
केदारपुरी की सुरक्षा में आईटीबीपी के जवान मुस्तैदी के साथ जुटे हुए हैं. इसके अलावा कुछ साधु संत भी धाम में रहकर बाबा की तपस्या कर रहे हैं. इनमें ललित महाराज आपदा के बाद से केदारपुरी में शीतकाल में भी रहकर बाबा की पूजा-अर्चना करते हैं. ये हर दिन मंदिर प्रांगण में जाकर बाबा की तपस्या में लीन रहते हैं. केदारनाथ धाम में चारों ओर सिर्फ बर्फ ही बर्फ नजर आ रही है, जबकि केदारनाथ से रामबाड़ा तक बर्फ जमने से पैदल रास्ते का कहीं पता नहीं चल पा रहा है.


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अगले 24 घटों तक अलर्ट
वहीं निचले क्षेत्रों में देर रात तेज हवाएं चलने के बाद सुबह से बारिश जारी है. बारिश के चलते ठंड अत्यधिक बढ़ गई है. निचले क्षेत्रों में इस सीजन की यह पहली अच्छी बारिश हो रही है. इस बारिश को खेती के लिये अच्छा माना जा रहा है. बारिश के कारण बाजारों में सन्नाटा पसर गया है तो लोग भी घरों में दुबक गये हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में मवेशियों के लिए चारापत्ती की समस्या पैदा हो गयी है. बारिश होने से ग्रामीण महिलाएं घास के लिए नहीं जा पा रही हैं. मौसम विभाग ने भी अगले 24 घटों तक अलर्ट पर रहने के लिये कहा है.