Uttarakhand News: उत्तराखंड के चंपावत (Champawat) जिले में प्रसव के कुछ दिनों बाद महिला की मौत मामले पर जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इस मामले की सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Pushkar Singh Dhami) ने संज्ञान लिया था जिसके बाद डीएम ने जांच कमेटी का गठन किया है और चार दिन के अंदर इस मामले पर रिपोर्ट देने को कहा है. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगर किसी भी गलती या लापरवाही पाई जाएगी तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.

 

जानिए क्या है पूरा मामला

दरअसल जिला चिकित्सालय चम्पावत में 19 जुलाई को एक महिला का ऑपरेशन के जरिए प्रसव हुआ था. जिसके बाद दो बाद 21 जुलाई को उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. लेकिन कुछ समय बाद ही बुखार की शिकायत पर महिला को 27 जुलाई को फिर से इसी अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन 28 जुलाई को डॉक्टरों ने सुशीला तिवारी हल्द्वानी रैफर कर दिया. यहां भी महिला की हालत को देखते हुए उसे बरेली निजी चिकित्सालय में रेफर कर दिया गया, जहां 29 जुलाई को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

 

सीएम धामी ने दिए जांच के आदेश

महिला की मौत के बाद परिजनों ने सोमवार को चंपावत के जिला अस्पताल के प्रदर्शन किया और अस्पताल पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. इस घटना का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा मृत्यु के कारणों की निष्पक्ष जांच हेतु डीएम चंपावत नरेंद्र सिंह भंडारी को निर्देश दिए.


 

डीएम ने चार दिन में मांगी रिपोर्ट

डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस मामले को लेकर जांच समिति का गठन किया गया है. जिसमें मुख्य चिकित्सा अधिकारी अध्यक्ष, डॉ प्रभा जोशी सर्जन, उपजिला चिकित्सालय व डॉ स्वेता खर्कवाल अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी होंगे. डीएम ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए चार दिन के भीतर जांच रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं. इस संबंध में जिस भी स्तर पर चूक हुई है और किसी की भी गलती व लापरवाही पायी जाती है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. 

 

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