Uttarkashi News: उत्तरकाशी में आज रामलीला मैदान में होने वाली महापंचायत को लेकर माहौल गरमाया हुआ है. महापंचायत का आयोजन देवभूमि विचार मंच ने मस्जिद हटाने की मांग को लेकर किया है. इसमें बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. तेलंगाना के विधायक टी. राजा सिंह समेत विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के वरिष्ठ पदाधिकारी भी इस महापंचायत में भाग लेंगे.


महापंचायत की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आयोजनकर्ताओं का दावा है कि इसमें पांच हजार से अधिक ग्रामीण शामिल होंगे. देवभूमि विचार मंच के पदाधिकारियों ने इसे उत्तरकाशी के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व की रक्षा के लिए जरूरी बताया है. वहीं, जामा मस्जिद कमेटी ने सभी मुस्लिम व्यापारियों और नागरिकों से अपील की है कि वे घरों में रहें और शहर में अमन और शांति बनाए रखने के लिए प्रार्थना करें.


कानून व्यवस्था के लिए प्रशासन सख्त
महापंचायत के मद्देनजर उत्तरकाशी पुलिस और जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं. पुलिस अधीक्षक (एसपी) सरिता डोबाल ने बताया कि नगर को सात जोन और 15 सेक्टर में विभाजित कर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सुरक्षा के मद्देनजर बाड़ाहाट और मस्जिद मोहल्ला के आसपास 50 मीटर परिधि में धारा 144 लागू कर दी गई है. शनिवार शाम पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर नगर में शांति बनाए रखने का संदेश दिया. महापंचायत के दौरान तीन क्षेत्राधिकारी (सीओ), 10 निरीक्षक और 25 उपनिरीक्षक सहित पर्याप्त पुलिस बल तैनात रहेगा.


एसपी डोबाल ने बताया कि आयोजन स्थल और उसके आसपास की गतिविधियों पर सीसीटीवी कैमरों से नजर रखी जाएगी. किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए क्यूआरटी (त्वरित प्रतिक्रिया टीम) और रिजर्व पुलिस बल को भी तैयार रखा गया है.


हिंदू संगठनों की प्रमुख मांगें
महापंचायत के आयोजकों का कहना है कि उत्तरकाशी की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान पर बाहरी तत्वों का प्रभाव बढ़ रहा है. उनका आरोप है कि जामा मस्जिद का निर्माण अवैध है और इसे हटाया जाना चाहिए. इस संबंध में कई हिंदू संगठनों ने प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपे हैं.


भाजपा नेता हरिश डंगवाल ने कहा, "उत्तरकाशी देवभूमि है और यहां की धार्मिक परंपराओं को किसी भी प्रकार से प्रभावित नहीं होने दिया जाएगा. यह महापंचायत जनता की आवाज को उठाने का माध्यम है." इधर, जामा मस्जिद कमेटी ने शांति बनाए रखने के लिए सभी मुस्लिम व्यापारियों और स्थानीय निवासियों से घर में रहने और विवादित स्थान पर न जाने की अपील की है. साथ ही शहर में अमन-चैन और खुशहाली के लिए दुआ करने का आह्वान किया.


इस महापंचायत को लेकर प्रशासन के सामने सबसे बड़ी चुनौती कानून व्यवस्था बनाए रखना है. जिला प्रशासन ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है. साथ ही, यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. शहर में कई सामाजिक संगठनों ने दोनों समुदायों से संयम और शांति बनाए रखने की अपील की है. प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने भी स्थानीय निवासियों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी विवादास्पद गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने का आग्रह किया है.


महापंचायत का संभावित असर
इस महापंचायत के आयोजन से उत्तरकाशी में सांप्रदायिक तनाव बढ़ने की संभावना है. हालांकि, स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सुरक्षा के हर पहलू पर ध्यान दिया गया है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी आयोजन स्थल पर लगातार निगरानी रख रहे हैं. उत्तरकाशी में आज होने वाली महापंचायत न केवल प्रशासन बल्कि दोनों समुदायों के लिए भी परीक्षा की घड़ी है. ऐसे में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना सभी पक्षों की जिम्मेदारी है.


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