Uttarkashi Avalanche: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले के द्रौपदी का डांडा II (Draupadi Ka Danda II) में हिमस्खलन (Avalanche) हादसे में आठवें दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. 2 पर्वतारोही (Mountaineer) अभी भी लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन किया जा रहा है. इस हादसे में अब तक 27 पर्वतारोहियों के शव बरामद हो चुके हैं. पर्वतारोहियों के शव डोकरानी बामक ग्लेशियर के एडवांस बेस कैंप से मातली हेलीपैड लाए गए हैं. अब तक 27 बरामद शवों में से 26 पर्वतारोहियों के शव मातली हेलीपैड लाए जा चुके हैं और परिजनों को सौंप दिए गए हैं.
जानकारी के मुताबिक मंगलवार को एक पर्वतारोही का शव आना बाकी है, हालांकि अभी मौसम खराब है. द्रौपदी का डांडा टू में बीते दो दिनों से भारी बर्फबारी होने से रेस्क्यू ऑपरेशन नहीं हो सका. आपको बता दें कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute Of Mountaineering) के मुताबिक 29 पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय चार अक्टूबर को 17 हजार फुट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा II चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे.
ये भी पढ़ें- Udham Singh Nagar News: उधमसिंह नगर में बारिश के बाद रपटा पुल बहा, 50 लोगों को किया गया रेस्कयू
मृतक में दो इंस्ट्रक्टर और 2 ट्रेनी पर्वतारोही भी शामिल
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के मुताबिक हादसे के बाद 4 अक्टूबर को 4 बॉडी मिली थीं, इसमें दो इंस्ट्रक्टर और 2 ट्रेनी पर्वतारोही शामिल थे. वहीं 6 अक्टूबर को 15, 7 अक्टूबर को 7 और 8 अक्टूबर को 1 बॉडी मिली थी. इस तरह हिमस्खलन हादसे में अब तक 27 पर्वतारोहियों की मौत हो चुकी हैं, जबकि 2 ट्रेनी अभी भी लापता हैं. इससे पहले हादसे में जिंदा लौटे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के प्रशिक्षक अनिल कुमार ने बताया था कि चोटी के आरोहरण के दौरान अचानक हिमस्खलन हुआ, जबकि उस समय दल के सदस्य चोटी से महज 100 से 150 मीटर की दूरी पर थे.