Uttarkashi Accident: उत्तरकाशी एवलांच (Uttarkashi Avalanche) हादसे में हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण 41 पर्वतारोहण प्रशिक्षु फंसे हुए थे. द्रोपदी (Draupadi) का डांडा शिखर (Danda) पर हिमस्खलन के बाद से लापता हुए पर्वतारोहियों में 14 सदस्यों रेस्क्यू हो चुका है. वहीं अब हाई एल्टिट्यूड वॉर फेयर स्कूल गुलमर्ग की टीम भी उत्तरकाशी पहुंच चुकी है. अब ये टीम हिमस्खलन में फंसे हुए लोगों का रेस्क्यू करेगी.
उत्तरकाशी के द्रौपदी का डांडा में रेस्क्यू ऑपरेशन और तेज किया जा रहा है. अब हाई एल्टिट्यूड वॉर फेयर स्कूल गुलमर्ग के जांबाज मोर्चा संभालने जा रहे हैं. ये गुलमर्ग और सियाचिन जैसे हाई एल्टिट्यूड पर युद्ध करने में पारंगत होते हैं. उसके 15 जांबाजों की टीम उत्तरकाशी पहुंच चुकी है. ये टीम सेना को भी ग्लेशियर में कैसे बचाव करना है उसकी ट्रेनिंग देती है.
हाई एल्टिट्यूड वॉर फेयर स्कूल की टीम में कुल 15 सदस्य हैं. इनके हाथों में गुरुवार से रेस्क्यू की कमान सौंपी जाएगी. ये सभी बुधवार देर रात देहरादून पहुंचे थे. टीम के पास ग्लेशियरों के बीच ट्रेकिंग का व्यापक अनुभव है.
27 लोग अब भी लापता
हालांकि मिली जानकारी के अनुसार 27 लोगों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. इसके साथ ही 27 लापता लोगों के परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल हो गया है. आईटीबीपी और एनआईएस की टीमें लगातार लापता लोगों की खोजबीन में लगी है. वायु सेना के तीन हेलीकॉप्टर और दो चीता हेलीकॉप्टर के जरिए इनका रेस्क्यू किया जा रहा है.
दूसरी ओर खराब मौसम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में खलल डाल रहा है. बारिश होने पर रेस्क्यू ऑपरेशन रोकना पड़ रहा है. बता दें कि ये घटना मंगलवार को हुई थी. जिसके बाद से लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. तब पर्वतारोही पर्वतारोहण के लिए गए थे. ये सभी 14,000 फीट की ऊंचाई पर हुई.
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