Uttarkashi Avalanche: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उत्तरकाशी (Uttarkashi) में द्रौपदी का डांडा चोटी के पास मंगलवार को हुए हिमस्खलन (Avalanche) के बाद लापता पर्वतारोहियों में से और एक का शव शनिवार को बरामद किया गया. हादसे में लापता हुए 29 पर्वतारोहियों में से अब तक 27 के शव बरामद किए जा चुके हैं. वहीं शनिवार को सात पर्वतारोहियों के शव उनके परिजनों को सौंप दिए गए. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (Nehru Institute Of Mountaineering) के मुताबिक 29 पर्वतारोही चढ़ाई के बाद लौटते समय चार अक्टूबर को 17 हजार फुट की ऊंचाई पर द्रौपदी का डांडा-द्वितीय चोटी पर हिमस्खलन की चपेट में आ गए थे.


नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने बताया कि और एक शव मिलने के साथ ही अब तक कुल 27 पर्वतारोहियों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि दो अब भी लापता हैं. एनआईएम ने बताया कि चार पर्वतारोहियों के शव उत्तरकाशी में ही उनके परिजनों को सौंप दिए गए. असम, मेघालय और उत्तर प्रदेश के तीन पर्वतारोही प्रशिक्षुओं के शवों को देहरादून में जॉलीग्रांट के हिमालयन अस्पताल में भेजा गया है, जहां से उन्हें उनके घरों तक ले जाया जाएगा. जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने कहा कि मौसम में सुधार के बाद ही हवाई मार्ग से बचाव अभियान को बहाल किया जा सकेगा.


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4 अक्टूबर को मिला था 4 शव


नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने रेस्क्यू बुलेटिन में कहा है कि 4 अक्टूबर को 4 बॉडी मिली थीं, इसमें दो इंस्ट्रक्टर और 2 ट्रेनी पर्वताहोरी शामिल थे. वहीं 6 अक्टूबर को 15, 7 अक्टूबर को 7 और 8 अक्टूबर को 1 बॉडी मिली है. नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने कहा है कि हिमस्खलन में अब तक 27 की मौत हो गई है, जबकि 2 ट्रेनी अभी भी लापता हैं. इससे पहले हादसे में जिंदा लौटे निम के प्रशिक्षक अनिल कुमार ने बताया था कि चोटी के आरोहरण के दौरान अचानक हिमस्खलन हुआ, जबकि उस समय दल के सदस्य चोटी से महज 100 से 150 मीटर की दूरी पर थे.


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