उत्तरकाशी में पुलिस लाठीचार्ज के बाद तनाव, इलाके में धारा 163 लागू, अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात
Uttarkashi Masjid Controversy: गुरुवार को हिन्दू संगठनों के प्रदर्शन में पथराव और लाठीचार्ज में कई लोगों को चोटें लगी है. इसमें आठ पुलिसकर्मी और 27 प्रदर्शनकारी घायल बताए जा रहे हैं.
Uttarkashi Masjid Controversy: उत्तरकाशी में गुरुवार को मस्जिद विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जिससे शहर में तनावपूर्ण माहौल पैदा हो गया. जब संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल द्वारा बुलाई गई रैली के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई. इस दौरान हुए पथराव और लाठीचार्ज की घटनाओं में आठ पुलिस कर्मियों समेत 27 लोग घायल हो गए है. तनाव को देखते हुए बीएनएस की धारा 163 लगा दी गई है.
इस बारे में जानकारी देते हुए SP उत्तरकाशी अमित श्रीवास्तव ने कहा कि गुरुवार को संयुक्त सनातन धर्म रक्षक दल की रैली को प्रशासन द्वारा इजाजत दी गई थी. उनका रूट और समय भी तय था. लेकिन, वो तय रूट से ना जाकर दूसरे रूट से जाने की जिद कर रहे थे. पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी, जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और भीड़ को तितर-बितर किया.
उन्होंने बताया कि इस झड़प के दौरान 8 पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं इनमें से दो को गंभीर चोटे हैं. दरअसल गुरुवार को हिन्दू संगठनों द्वारा मस्जिद के विरोध में बड़ी रैली बुलाई गई थी. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग हनुमान चौक पर इकट्ठा हुए. प्रदर्शनकारी मस्जिद की ओर मार्च करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने भटवाड़ी रोड पर विश्वनाथ तिराहे पर पहले से ही बैरिकेडिंग कर रखी थी, ताकि रैली मस्जिद तक न पहुंच सके.
पुलिस लाठीचार्ज के बाद इलाके में तनाव
जिसके बाद दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया और धक्का-मुक्की शुरू हो गई, जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया. वहीं नाराज प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कियाय. इस झड़प में पुलिस और प्रदर्शनकारी दोनों ओर से कई लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की बात मानने से इनकार कर दिया.
लाठीचार्ज के बाद प्रदर्शनकारियों की भीड़ बिखर गई और कुछ लोग कलक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. बाद में, प्रदर्शनकारी छोटे-छोटे समूहों में बाजार में फैल गए और दूसरे समुदाय के व्यापारियों की दुकानों को निशाना बनाना शुरू कर दिया. इस दौरान बाजार में अफरातफरी मच गई और व्यापारी अपनी दुकानें बंद करने लगे.
इलाके BNS की धारा 163 लागू
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस और प्रशासन की ओर से त्वरित कार्रवाई की गई. डीएम डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जिले में देर शाम से अग्रिम आदेश तक भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएसएस) की धारा 163 लागू कर दी। इसके तहत जिले में पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के एकत्रित होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके अलावा, सभा, जुलूस, प्रदर्शन, और ध्वनि विस्तारक यंत्रों का उपयोग भी निषिद्ध कर दिया गया है। धारा 163 के उल्लंघन पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
घटना के बाद पुलिस ने रैली में भाग लेने वालों से शांति बनाए रखने और कानूनी व्यवस्था का पालन करने की अपील की है. इसके बावजूद, शहर में तनाव का माहौल बना हुआ है और बाजारों में सामान्य गतिविधियाँ प्रभावित हो गई हैं. पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में आज हिन्दू संगठनों ने बंद का ऐलान किया है. इस दौरान सुबह से ही दुकानें बंद रही. जिसके चलते यात्रियों को पानी तक मिलने मुश्किल हो गया है. पुलिस और प्रशासन स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तत्पर हैं.
उत्तरकाशी में इस तरह का हिंसा और तनाव अप्रत्याशित नहीं है, लेकिन प्रशासन और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी. सुरक्षा बलों को संवेदनशील इलाकों में तैनात कर दिया गया है और स्थिति की नियमित निगरानी की जा रही है.
सीएम योगी का दिवाली पर बड़ा आदेश, UP में 28 अक्टूबर से इस तारीख तक 24 घंटे मिलेगी बिजली