Uttarkashi Masjid Dispute: उत्तरकाशी जिले में भटवाड़ी रोड स्थित सुन्नी समुदाय की मस्जिद को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कुछ संगठनों द्वारा इसे अवैध बताकर ध्वस्त करने की धमकियों के बाद से तनाव बढ़ गया है. इस मामले को लेकर गुरुवार को नैनीताल हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है. उत्तरकाशी में मस्जिद विवाद बीते चार महीने से गरमाया हुआ है.
अल्पसंख्यक सेवा समिति ने इस मुद्दे को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है. उनका कहना है कि यह मस्जिद वैध है, जिसका निर्माण 1969 में खरीदी गई जमीन पर हुआ. 1986 में वक्फ कमिश्नर ने भी इसे वैध माना था. दूसरी ओर, देवभूमि विचार मंच और बजरंग दल इस मस्जिद को अवैध बताकर आंदोलन तेज करने की योजना बना रहे हैं. हाल ही में आयोजित महापंचायत के बाद बजरंग दल ने मस्जिद के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है.
जांच समिति मस्जिद के दस्तावेजों की कर रही है जांच
जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के निर्देश पर गठित अतिक्रमण जांच समिति मस्जिद से जुड़े दस्तावेजों की जांच कर रही है. समिति में एसडीएम भटवाड़ी मुकेश चंद रमोला अध्यक्ष हैं. उन्होंने मस्जिद की जमीन के खातेदारों को नोटिस जारी किए थे. इसमें 9 खातेदार शामिल थे, जिनमें से तीन का निधन 8 साल पहले हो चुका है. हालांकि, जीवित खातेदारों और उनके आश्रितों ने संयुक्त जवाब के साथ दस्तावेज जमा कर दिए हैं. व्यस्तता के चलते समिति अब तक दस्तावेजों की जांच पूरी नहीं कर पाई है, लेकिन जल्द ही यह काम शुरू होने की उम्मीद है.
अल्पसंख्यक सेवा समिति ने याचिका में कहा है कि कुछ संगठनों द्वारा मस्जिद को अवैध बताकर ध्वस्त करने की धमकियां दी जा रही हैं, जिससे क्षेत्र में शांति भंग हो रही है. उन्होंने कोर्ट से मस्जिद की सुरक्षा के लिए निर्देश देने की मांग की है. याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कोर्ट में दलील दी कि मस्जिद को लेकर दिए जा रहे भड़काऊ बयान सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन हैं. सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जाति, धर्म या समुदाय के खिलाफ किसी भी भड़काऊ बयान पर राज्य सरकार कार्रवाई करे. लेकिन, इस मामले में अब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है.
उत्तरकाशी में बढ़ाई गई सुरक्षा व्यवस्था
मामले की गंभीरता को देखते हुए उत्तरकाशी में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस और प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. हाईकोर्ट की सुनवाई के बाद इस विवाद के समाधान की उम्मीद की जा रही है.मस्जिद विवाद के चलते उत्तरकाशी में सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है. अब सबकी निगाहें हाईकोर्ट के फैसले पर टिकी हैं. वही हिंदू वादी नेता अभी भी इस मस्जिद को वेद मानने को तैयार नहीं हिन्दू वादी नेता का कहना है कि ये मस्जिद नहीं है लेकिन इसे मस्जिद बनाने की कोशिश की जा रही है जो कि हम होने नहीं देंगे.
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